असम में फिर से भाजपा की सरकार बनेगी या फिर कांग्रेस कुछ कमाल करेगी, इसका आधिकारिक ऐलान तो 2 मई के नतीजे के बाद ही होगा, मगर आज के एग्जिट पोल ने एक अनुमानन बता दिया है कि राज्य में एक बार फिर से भाजपी की सरकार बन सकती है। एग्जिट पोल के अनुमान में बताया जा रहा है कि असम में एक बार फिर से करीब 75 से 80 सीटों के साथ दोबारा भाजपा की सरकार बन सकती है। पूर्वोत्तर के सबसे बड़े राज्य असम में विधानसभा चुनाव में कुल 126 सीटों पर तीन चरणों में चुनाव हुए थे।असम चुनाव में सत्ताधारी बीजेपी गठबंधन और कांग्रेस गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला है। हालांकि, अब मुकाबले में किसका पलड़ा भारी है, इसकी तस्वीर दिखने लगी है। यहां बताना जरूरी है कि एग्जिट पोल महज एक अनुमान हैं, इसकी सटीकता की कोई पुष्टि नहीं कर सकता। तो चलिए जानते हैं असम के एग्जिट पोल क्या इशारे कर रहे?
- इंडिया टुडे- एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में किसे कितनी सीटें-
भाजपा गठबंधन-75 से 80 सीटें
कांग्रेस गठबंधन-40 से 45 सीटें
अन्य- 1 से 4 सीटें
असम में हुए तीन चरणों में चुनाव
असम में विधानसभा चुनाव 3 चरणों में पूरे हुए। राज्य की 126 विधानसभा सीटों पर 27 मार्च, 1 अप्रैल और 6 अप्रैल को तीन चरणों में चुनाव पूरे हुए। चुनाव के नतीजे 2 मई को आएंगे।
एग्जिट पोल की टाइमिंग पर चुनाव आयोग सख्त
दरअसल, 24 मार्च को जारी किए गए एक नोटिफिकेशन में चुनाव आयोग ने कहा था कि 27 मार्च 2021 शनिवार शाम 7 बजे से 29 अप्रैल 2021 गुरुवार को शाम 7:30 बजे तक एग्जिट पोल का प्रसारण या प्रकाशित नहीं किया जा सकता है। यानी इस समय के बाद ही कोई भी टीवी चैनल या एजेंसी एग्जिट पोल का प्रसारण कर सकते हैं।
कौन कितनी सीटों पर लड़ा चुनाव
भाजपा- 92
असम गण परिषद- 26
यूपीपी- 8
कांग्रेस- 94
AIUDF-14
बीपीएफ- 12
सीपीआई(एम)-2
राजद-1
एजीएम-1
सीपीआई (एम-एल)-1
असम में पिछले चुनाव का क्या है गणित
असम में फिलहाल भाजपा सत्ता में है। साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में 126 में से भाजपा ने 86 सीटों पर कब्जा किया था। वहीं, कांग्रेस को 26 सीटों पर जीत हाथ लगी थी। इसके अलावा, AIUDF को 13, एजीपी को 14, बीपीएफ को 12 और अन्य को 1 सीट मिली थी। 2016 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने निर्णायक जनादेश के साथ 15 साल के कांग्रेस के शासन को खत्म करके इतिहास रच दिया था। पार्टी को प्रदेश में पहली बार सत्ता मिली थी। इस बार भाजपा का मुकाबला कांग्रेस के नेतृत्व में बनी 8 पार्टियों के बड़े गठबंधन से है, जिसमें बदरुद्दीन अजमल की AIUDF भी शामिल है।
एक नजर में असम की सारी जानकारी
असम : 126 सीटें
चरण: 03
मतदान: 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल
2016 : भाजपा+ ने 86 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी
बंगाल में बीजेपी को फायदा लेकिन ममता की जीत की 'हैट्रिक' तय
एक्सिस-माय-इंडिया: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के लिए एक्सिस-माय-इंडिया का एग्जिट पोल आना शुरू हो चुका है. आजतक के एग्जिट पोल के जरिए हम भांपने की कोशिश कर रहे हैं कि केरल में सियासी बयार किसके पक्ष में बही है. केरल विधानसभा चुनाव में लेफ्ट पार्टियों की अगुवाई वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) के बीच मुकाबला रहा. यहां हर पांच साल के बाद सत्ता परिवर्तन की परंपरा 1980 से चल आ रही है. लेकिन इस बार सियासत की नई इबारत लिखी जाएगी?
ABP-Cvoter Exit Poll के मुताबिक पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में भले ही बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी लेकिन वोटर के एग्जिट पोल की मानें तो राज्य में अगली सरकार एक बार फिर से ममता बनर्जी की अगुवाई वाली टीएमसी की बनती हुई दिख रही है. पश्चिम बंगाल का एग्जिट पोल (292 सीट) TMC+ : 152-164… BJP+ : 109-121… CONG+ : 14-25… एग्जिट पोल के अनुसार, टीएमसी को बंगाल में 152 से 165 सीटें मिल रही है, जबकि बीजेपी के खाते में 109 से 121 सीटें. इसके अलावा कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन के खाते में 14 से 25 सीटें आ रही है. ग्रेटर कोलकाता की 56 सीटों में से टीएमसी 37-39 सीटों के बीच जीत सकती है और बीजेपी को 16-18 सीटों पर जीत हासिल हो सकती है. कांग्रेस इस रीजन में 0 से 2 सीटों के बीच ही जीतने की उम्मीद दिखा रही है. TMC+ : 42.1%… BJP+ : 39.2%… CONG+ : 15.4%… OTH : 3.3%…
#ABPCVoterExitPoll के मुताबिक तमिलनाडु में किसको कितनी सीट ?
कांग्रेस गठबंधन को मिल रही हैं 160-172 सीटें….तमिलनाडु में बीजेपी-एआईएडीएमके गठबंधन को बड़ा नुकसान हो रहा है और इन्हें 58-70 सीटें मिल रही हैं. वहीं एग्जिट पोल में डीएमके-कांग्रेस गठबंधन 160-172 सीटों पर जीत के साथ सत्ता में आता दिख रहा है. अन्य को 0-7 सीटें मिल सकती हैं. तमिलनाडु में वोट परसेंट को देखें तो डीएमके-कांग्रेस गठबंधन को 46.7 फीसदी वोट परसेंट मिलता दिख रहा है. एआईएडीएमके और बीजेपी गठबंधन को 35 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है और अन्य को 18.3 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है.