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वाह! हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल, एक ही जगह दोनों समुदाय के लोगों की हुई शादी

jantaserishta.com
7 Feb 2022 9:07 AM GMT
वाह! हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल, एक ही जगह दोनों समुदाय के लोगों की हुई शादी
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एक सामूहिक विवाह समारोह में हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की शानदार मिसाल पेश की गई है.

मेवात: हरियाणा के मेवात में एक सामूहिक विवाह समारोह में हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की शानदार मिसाल पेश की गई है. समारोह में एक तरफ जहां पंडित ने विवाहित जोड़ों के फेरे कराए तो वहीं दूसरी तरफ मौलवी ने मुस्लिम जोड़े का निकाह कराया.

इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन सर्व समाज कन्या विवाह समिति ने किया था जिसमें 9 लड़कियों की शादी कराई गई. बसंत पंचमी के मौके पर मेवात के पिनगवां के बाग वाले मंदिर में यह सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित किया गया था.
तमाम रीति-रिवाज के अनुसार बैंड बाजों के साथ शहर के मुख्य मार्गों से घुड़चढ़ी की रस्म अदा की गई और वर-वधु के साथ आने वाले मेहमानों के लिए खाने की उचित व्यवस्था भी की गई. विवाहित जोड़े को उपहार स्वरूप ज़रूरी घरेलू सामान और आभूषण भी दिए गए.
इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में समिति के संरक्षक यादराम गर्ग, प्रधान शेखर सिंगला और पंडित अरुण कुमार ने बताया कि समिति की ओर से यह पहला सामूहिक विवाह सम्मेलन है जिसमें सभी समाज की 9 लड़कियों का सामूहिक विवाह कराया गया है. इसमें 8 जोड़ों का हिंदू रीति-रिवाज से तो एक जोड़े की शादी मुस्लिम रीति रिवाज से मौलवी बुलाकर कराई गई.
समिति की तरफ से कहा गया कि सामूहिक समारोह में शादी कराने वालों के लिए केवल एक शर्त रखी गई थी कि लड़के की उम्र 21 और लड़की की कम से कम 18 साल होनी चाहिए.
समारोह में मुस्लिम समाज की ओर से पहुंचे हाजी गुलदीन कुरैशी ने सामूहिक विवाह समारोह की जमकर तारीफ करते हुए कहा ऐसे आयोजन आगे भी होने चाहिये, इससे मेवात में हिन्दू-मुस्लिम भाईचारा और मजबूत होगा.

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