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इरोड पूर्व उपचुनाव: उम्मीदवार वापस ले सकता है ओपीएस गुट

jantaserishta.com
5 Feb 2023 6:38 AM GMT
इरोड पूर्व उपचुनाव: उम्मीदवार वापस ले सकता है ओपीएस गुट
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फाइल फोटो

चेन्नई (आईएएनएस)| अन्नाद्रमुक का ओ. पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) गुट 27 फरवरी को होने वाले इरोड पूर्व उपचुनाव से अपने उम्मीदवार सेंथिल मुरुगन का नाम वापस ले सकता है। ओपीएस ने सेंथिल मुरुगन को पार्टी का राज्य आयोजन सचिव नियुक्त किया है।
पार्टी भारत के चुनाव आयोग को प्रस्तुत किए जाने वाले फॉर्म ए और बी के हस्ताक्षरकर्ता के रूप में प्रेसीडियम के अध्यक्ष थमिज मगन हुसैन को नियुक्त करने की भी संभावना है। इससे अन्नाद्रमुक उम्मीदवार को 'दो पत्तियों वाला चुनाव चिन्ह' मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में पार्टी के अंतरिम महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी (ईपीएस) और पूर्व समन्वयक ओ पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) को पार्टी चिन्ह के आवंटन के लिए फॉर्म ए और बी पर संयुक्त रूप से हस्ताक्षर करने थे।
11 जुलाई, 2022 को अपनी पिछली सामान्य परिषद की बैठक के दौरान पार्टी से ओपीएस के निष्कासन के बाद, चुनाव चिन्ह पार्टी नेतृत्व के लिए एक प्रमुख मुद्दा रहा है।
हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने 3 फरवरी, 2023 को एक अंतरिम आदेश में इरोड ईस्ट उपचुनाव के लिए अन्नाद्रमुक उम्मीदवार की पसंद को पार्टी जनरल काउंसिल में रखने का निर्देश दिया है। अदालत ने इस अंतरिम व्यवस्था के साथ नामांकन पत्र में फॉर्म ए और बी में ईपीएस और ओपीएस के संयुक्त हस्ताक्षर की आवश्यकता को दरकिनार कर दिया है। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 7 फरवरी है।
अन्नाद्रमुक प्रेसीडियम के अध्यक्ष थमिल माघन हुसैन फॉर्म ए और बी के लिए संभावित हस्ताक्षरकर्ता होंगे, और सामान्य परिषद के सदस्य इरोड पूर्व उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार को पसंद करेंगे। ईपीएस गुट के पास स्पष्ट बहुमत होने के साथ, यह स्पष्ट है कि इरोड पूर्व उपचुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार पूर्व विधायक और इरोड से पार्टी के मजबूत नेता के.वी. थेनारासु होंगे।
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि चुनाव के मद्देनजर यह एक अंतरिम आदेश था और यह किसी भी तरह से ईपीएस और ओपीएस दोनों गुटों के अधिकारों पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं डालेगा।
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