वर्ल्ड : ब्रिटेन में एक बार फिर कोरोना कहर अपना पैर पसार रहा है। कोरोना का यह नया (New Corona Variant) स्वरूप ईजी.5.1 के नाम से जाना जा रहा है। इस ईजी.5.1 एरिस उपनाम दिया गया है और यह सात नए कोविड मामलों में से एक है। इंग्लैंड में स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, यह वैरिएंट ओमिक्रॉन से आया है। यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) के अनुसार, यूनाइटेड किंगडम में कोविड -19 का एक नया वेरिएंट तेजी से फैल रहा है, जिससे देश में स्वास्थ्य अधिकारियों के बीच चिंता बढ़ गई है। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, वेरिएंट ईजी.5.1 जिसका उपनाम एरिस रखा गया है अब यूके में तेजी से फैल रहे ओमिक्रॉन से आया है, और इसको पहली बार पिछले महीने यूके में पहली बार देखा गया था। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, विशेषकर एशिया में बढ़ते मामलों के कारण देश में इसकी व्यापकता दर्ज होने के बाद 31 जुलाई को इसे कोविड के एक स्वरूप के रूप में वर्गीकृत किया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दो हफ्ते पहले ही ईजी.5.1 स्वरूप पर उस वक्त नजर रखना शुरू कर दिया था जब डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस ने कहा था कि लोग टीकों और पूर्व संक्रमण से बेहतर सुरक्षित हैं, लेकिन देशों को अपनी सतर्कता में कमी नहीं आने देनी चाहिए।के नाम से जाना जा रहा है। इस ईजी.5.1 एरिस उपनाम दिया गया है और यह सात नए कोविड मामलों में से एक है। इंग्लैंड में स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, यह वैरिएंट ओमिक्रॉन से आया है। यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) के अनुसार, यूनाइटेड किंगडम में कोविड -19 का एक नया वेरिएंट तेजी से फैल रहा है, जिससे देश में स्वास्थ्य अधिकारियों के बीच चिंता बढ़ गई है। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, वेरिएंट ईजी.5.1 जिसका उपनाम एरिस रखा गया है अब यूके में तेजी से फैल रहे ओमिक्रॉन से आया है, और इसको पहली बार पिछले महीने यूके में पहली बार देखा गया था। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, विशेषकर एशिया में बढ़ते मामलों के कारण देश में इसकी व्यापकता दर्ज होने के बाद 31 जुलाई को इसे कोविड के एक स्वरूप के रूप में वर्गीकृत किया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दो हफ्ते पहले ही ईजी.5.1 स्वरूप पर उस वक्त नजर रखना शुरू कर दिया था जब डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस ने कहा था कि लोग टीकों और पूर्व संक्रमण से बेहतर सुरक्षित हैं, लेकिन देशों को अपनी सतर्कता में कमी नहीं आने देनी चाहिए।