जबलपुर। नेताओं और परिवहन विभाग के चहेते जबलपुर के एआरटीओ (प्रभारी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी) संतोष पॉल के घर सहित सभी ठिकानों पर ईओडब्ल्यू ने बुधवार देर रात छापा मारा. इस छापे से हड़कंप मच गया. ईओडब्ल्यू की टीमों ने पॉल के शताब्दीपुरम स्थित आलीशान पेंटहाउस और गढ़ा फाटक स्थित पुश्तैनी मकान पर एक साथ दबिश दी. जानकारी के मुताबिक, ईओडब्ल्यू को संतोष पॉल के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी. शिकायत सही पाये जाने के बाद ईओडब्ल्यू ने यह जांच शुरू की है. वह आधी रात तक संपत्ति संबंधी दस्तावेज जुटाती रही. संतोष पॉल के पास वैध स्रोतों से प्राप्त आय की तुलना में करीब 650 गुना अधिक संपत्ति है. बताया जाता है कि वह 300 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति के मालिक हैं.
गौरतलब है कि संतोष पॉल लगभग 4 सालों से जबलपुर में पदस्थ हैं. सूत्रों के अनुसार इनके कई रिश्तेदार भी आरटीओ के विभिन्न कामों में ठेका और पार्टनरशिप में शामिल हैं. बीते सालों में संतोष पॉल के खिलाफ कई मामले सामने आए, जिनमें फर्जी जाति प्रमाण पत्र, ऑटो चालक को गांजा बेचने के झूठे आरोप में फंसाने की धमकी देना, रजिस्ट्रेशन, लाइसेंस, परमिट सहित वीआईपी नंबर्स की मनमानी फीस वसूलना और कमीशन लेने जैसे आरोप भी लगे. एआरटीओ के पद पर रहते हुए संतोष पॉल ने करोड़ों रुपए की अवैध संपत्ति जुटाई है, जिसके कारण ईओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज हुई. साथ ही कोर्ट में भी एक याचिका दायर की गई.
ईओडब्ल्यू से मिली जानकारी के अनुसार संतोष पॉल के पास वैध स्रोतों से प्राप्त आय की तुलना में करीब 650 गुना अधिक संपत्ति है. जबकि सूत्रों की मानें तो संतोष पॉल 300 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति के मालिक हैं. लगातार शिकायतें मिलने के बाद भी संतोष पॉल के खिलाफ कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई. इससे स्पष्ट है कि ब्यूरोक्रेसी के मामले में इनकी पहुंच कई मंत्रियों और बड़े अधिकारियों तक है.