सरकारी कार्यक्रम प्रशासन गांवों-शहरों के संग अभियान में रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है. उदयपुर नगर निगम के कनिष्ठ अभियंता को दो हजार रुपए लेते हुए एसीबी की टीम ने पकड़ लिया. आरोप है कि पट्टे के लिए आवेदन कर चुके आवेदक से नगर निगम में कनिष्ठ अभियंता (संविदाकर्मी) ने दो हजार रुपए रिश्वत की मांग की. शिकायत पर एसीबी की टीम ने आरोपी को नगर निगम के चैंबर से ही धर दबोचा. एसीबी की छापेमारी के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है.
माना जा रहा है कि सरकार से सीधे जुड़े हुए कार्यक्रम में कलेक्टर की जवाबदेही हो सकती है. एएसपी उमेश ओझा ने बताया कि देवाली निवासी परिवादी लोकेश रेगर ने शुक्रवार सुबह आरोपी के खिलाफ एसीबी में शिकायत की थी. उन्होंने कहा कि नगर निगम में कनिष्ठ अभियंता शिवम भट्ट पायड़ा का रहनेवाला है. शिकायत में बताया गया कि पिता गोपीलाल रेगर के नाम पर भवन का पट्टा बनवाने के लिए सरकारी अभियान में आवेदन किया था. आवेदन के बाद कनिष्ठ अभियंता का फोन और कहा गया कि घर में मौके का निरीक्षण करना है. अभियंता के पास जाने पर बोला गया कि मौका रिपोर्ट बनाने का 3000 रुपए लगेगा. आरोपी अभियंता घर आया और मौका रिपोर्ट बनाने के वक्त एक हजार रुपए ले लिए. रिपोर्ट नहीं मिलने पर दो हजार रुपए की और मांग की गई. परिवादी ने एसीबी में शिकायत की और आखिरकार जाल बिछाकर दो हजार रुपए लेते आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.