चंडीगढ़। केंद्र सरकार के बिजली संशोधन बिल-2022 के खिलाफ देशभर के बिजली कर्मचारी संगठन लामबंद हो रहे हैं। इस संदर्भ में इलेक्टि्रसिटी एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (ईईएफआई) की उत्तर क्षेत्र के घटकों की बैठक शनिवार को चंडीगढ़ में हुई। फेडरेशन के उपाध्यक्ष सुरेश राठी की अध्यक्षता में हुई बैठक में महासचिव प्रशांत नंदी चौधरी, उपाध्यक्ष …
चंडीगढ़। केंद्र सरकार के बिजली संशोधन बिल-2022 के खिलाफ देशभर के बिजली कर्मचारी संगठन लामबंद हो रहे हैं। इस संदर्भ में इलेक्टि्रसिटी एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (ईईएफआई) की उत्तर क्षेत्र के घटकों की बैठक शनिवार को चंडीगढ़ में हुई। फेडरेशन के उपाध्यक्ष सुरेश राठी की अध्यक्षता में हुई बैठक में महासचिव प्रशांत नंदी चौधरी, उपाध्यक्ष सुभाष लांबा, सचिव सुदीप दत्ता के अलावा कुलविंदर सिंह ढिल्लों, हरपाल सिंह, गोपाल दत्त जोशी, ध्यान सिंह, रामपाल मलिक, हीरा लाल वर्मा, रघुवेंद्र सिंह व कामेश्वर शर्मा मुख्य रूप से मौजूद रहे।
बैठक में केंद्र सरकार के संशोधित बिल के खिलाफ आंदोलन की रणनीति तय की गई। कर्मचारी संगठनों ने वर्तमान मीटर को बदलकर स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाने और टैरिफ पॉलिसी में किए जा रहे बदलाव का विरोध किया है। उनका आरोप है कि सरकार बिजली निगमों व विभाग का निजीकरण करना चाहती है। बैठक में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, यूपी, चंडीगढ़, हरियाणा और राजस्थान के कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने भाग लिया।