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गुवाहाटी: असम में गुरुवार को एक तेज रफ्तार मालगाड़ी की चपेट में एक हाथी आ गया। हादसे में हाथी की मौत हो गई। यह घटना पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के लुमडिंग डिवीजन के तहत दिगारू-पनबारी सेक्शन पर सुबह लगभग 7 बजे हुई। रेलवे ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि उसने दुर्घटना को गंभीरता से लिया है और एनएफआर क्षेत्र के भीतर सभी हाथी कॉरिडोर को सतर्क कर दिया है।
एनएफआर के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि हालांकि जिस सेक्शन में यह घटना हुई वह अधिसूचित हाथी कॉरिडोर से परे था। उन्होंने कहा कि यह पार्ट आईडीएस द्वारा कवर नहीं किया गया था, क्योंकि यह इसके दायरे में नहीं आता था।
चूंकि इन्ट्रूश़न डिटेक्शन सिस्टम (आईडीएस) अत्यधिक सफल रहा है, इसलिए केंद्रीय रेल मंत्रालय ने एनएफआर के अधिकांश हाथी गलियारों को कवर करने के लिए 77 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, एआई-आधारित आईडीएस सॉफ्टवेयर 60 किमी तक की असामान्य गतिविधियों पर नजर रख सकता है। इसके अलावा, यह रेल फ्रैक्चर, रेलवे ट्रैक पर अतिक्रमण का पता लगाने और रेलवे ट्रैक के पास अनधिकृत खुदाई, ट्रैक के पास भूस्खलन आदि के कारण आपदा न्यूनीकरण के बारे में सचेत करने में भी मदद कर सकता है। एनएफआर अधिकारी के अनुसार, आईडीएस पहले ही रेलवे ट्रैक पर आने वाले कई हाथियों को ट्रेनों की चपेट में आने से बचाने में बेहद सफल रहा है।
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