भारत

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर 5 मई को करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस, होगा बड़ा ऐलान?

jantaserishta.com
2 May 2022 10:28 AM GMT
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर 5 मई को करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस, होगा बड़ा ऐलान?
x

नई दिल्ली: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (prashant kishor) के ट्वीट के बाद बिहार राजनीति गरमा गई है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उन्हें पावर ब्रोकर कहा है तो जनता दल यूनाइडेट (JDU) ने भी प्रशांत किशोर पर तंज कसा है. दरअसल, प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कहा है कि अब मुद्दों और 'जन सुराज' के मार्ग को बेहतर ढंग से समझने के लिए रियल मास्टर्स यानी जनता तक जाने का समय आ गया है.

प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया, लोकतंत्र में एक सार्थक भागीदार बनने और जन-समर्थक नीति को आकार देने में मदद करने की मेरी उतार चढ़ाव भरी यात्रा रही है. उन्होंने आगे लिखा, ''अब मुद्दों और जन सुराज के मार्ग को बेहतर ढंग से समझने के लिए 'रियल मास्टर' यानी जनता के पास जाने का समय आ गया है. शुरुआत बिहार से.''
पीके के ट्वीट के बाद ये कयास लगाए जाने लगे हैं कि वे नई पार्टी बना सकते हैं. हालांकि, कांग्रेस में शामिल होने से इनकार के बाद से ही नई पार्टी के गठन की चर्चाएं तेज हो गई थीं. लेकिन अब पीके के ट्वीट ने इन कयासों को और हवा दे दी है.
प्रशांत किशोर के ट्वीट के बाद बीजेपी ने उन पर बड़ा हमला बोला है. भाजपा नेता निखिल आनंद ने कहा कि प्रशांत किशोर पावर ब्रोकर है और राजनीतिक दलों के लिए सक्रिय रहे हैं. कई राजनीतिक दलों के लिए वह सोशल मीडिया चलाते रहे हैं. लोकतंत्र में सभी को सूचित कर अपना राजनीतिक दल चलाने के लिए प्रशांत किशोर की भूमिका बिहार में केवल वोट कटवा की रहेगी.
जनता दल यूनाइटेड ने उनके राजनीतिक दल बनाने की संकेतों को लेकर कहा है कि बिहार में किसी भी व्यक्ति को राजनीतिक दल बनाने की आजादी है मगर साथ ही तंज कसते हुए कहा कि प्रशांत किशोर ने बिहार के 12 करोड़ लोगों तक पहुंचने का जो प्लान बनाया है वह एक बड़ा लक्ष्य है क्योंकि आज तक देश के किसी राजनीतिक दल ने किसी प्रदेश के सभी लोगों तक वे सफल पहुंचने में सफलता हासिल नहीं की है.
जेडीयू के प्रवक्ता ने कहा कि हर व्यक्ति को यह अधिकार प्राप्त है कि वह अपना राजनीतिक दल बनाएं या फिर राजनीतिक अभियान चलाएं. हर व्यक्ति तक पहुंचना है एक बड़ा उद्देश्य है. देश के अंदर यह पहला राजनीतिक दल होगा जो ऐसा करना चाहता है.
जनता दल यूनाइडेट के नेता केसी त्यागी ने कहा कि प्रशांत किशोर नई पार्टी बना सकते हैं. वे स्वतंत्र हैं, पर बिहार में किसी नए प्रयोग की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार में सब रीजनल हो गए. आरजेडी रीजनल है, जेडीयू तीन प्रांतों में रीजनल है, कांग्रेस भी रीजनल है, वहां के कम्युनिस्ट आउटफिट भी रीजनल है. लिहाजा एक रीजनल आउटफिट और बनेगा. समाज के किन वर्गों और किन समूह को आकर्षित करेगा, वह खाका अभी प्रशांत किशोर का आना बाकी है.
केसी त्यागी ने कहा कि प्रशांत किशोर से या फिर किसी भी दूसरी पार्टी से जेडीयू को टक्कर नहीं मिल सकती है. जेडीयू का वोट प्रतिशत कमोवेश उतना ही रहता है जितना पिछले 17 सालों से है.
केसी त्यागी ने कहा कि 2 साल पहले भी प्रशांत किशोर ने बिहार में एक प्रयोग किया था. उनका एक नारा था 'बिहार में बहार हो नीतीशे कुमार हो', वह उनका नारा अभी भी पटना में शोभा बढ़ा रहा है. नीतीश कुमार का विकल्प बिहार में कोई नहीं है.
राष्ट्रीय जनता दल ने भी प्रशांत किशोर के राजनीतिक दल बनाने को लेकर प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि उन्हें बिहार में राजनीति करने का पूरा हक है मगर बिहार की जनता को केवल तेजस्वी यादव का विकास का मॉडल ही पसंद है.
राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि प्रशांत किशोर की पहचान अब तक केवल चुनावी रणनीतिकार तक रही है. जनता के बीच अब वह जाना चाहते हैं इसमें कोई बुराई नहीं है लेकिन बिहार में केवल तेजस्वी यादव मॉडल ही चलेगा और प्रशांत किशोर जो करना चाह रहे हैं उसमें बहुत समय लगेगा.
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने भी प्रशांत किशोर के राजनीति में आने की अटकलों का स्वागत किया है मगर कहा है कि वह युवाओं की बात करेंगे यह अच्छी बात है मगर उनके राजनीति में आने से बिहार में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रधान महासचिव दानिश रिजवान ने कहा कि प्रशांत किशोर के बिहार की राजनीति में आने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन एक बात साफ है युवाओं का राजनीति में आना स्वागत योग्य है.

Next Story