भारत

निर्वाचन अधिकारी निलंबित, वोटर आईडी को लेकर सामने आया ये होश उड़ाने वाला मामला

jantaserishta.com
23 March 2021 3:21 AM GMT
निर्वाचन अधिकारी निलंबित, वोटर आईडी को लेकर सामने आया ये होश उड़ाने वाला मामला
x
वोटर आईडी कार्ड के लिए आवेदन करना एक ऑनलाइन प्रक्रिया है...

केरल के कासरगोड जिले के उडुमा में कंप्यूटर सिस्टम में एक व्यक्ति के नाम पर पांच मतदाता पहचान पत्र पाए जाने के बाद, सोमवार को एक निर्वाचन अधिकारी को निलंबित कर दिया गया.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी टीका राम मीणा ने कहा कि उडुमा में सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को सिस्टम में पाए गए 61 वर्षीय मतदाता कुमारी के नाम के 5 कार्ड के पाए जाने के बाद निलंबित कर दिया गया. उन्होंने कहा, हालांकि, इनमें से केवल एक कार्ड ही जारी किया गया था और बाकी चार को रद्द कर दिया गया था.
मतदाता सूची तैयार करने में अनियमितता के बारे में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला के आरोपों पर, उन्होंने कहा कि उन्होंने उनके द्वारा चिह्नित 'कई प्रविष्टियों' की विस्तृत जांच की और पाया कि ऐसी 590 प्रविष्टयां थीं जो डबल थीं. उन्होंने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है कई कारणों के चलते ऐसा हम कई राज्यों में देखते हैं.
मीणा ने कहा कि इस मामले में अभी तक कोई राजनीतिक मकसद नहीं सामने आया है. अगर ऐसा है, तो मैं इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकता. दरअसल, यह मेरे दायरे में नहीं आता है. उन्होंने कहा कि अगर मतदाता कार्ड जारी करने की कवायद में फर्जी खेल का पता चला तो ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. मीणा ने कहा कि कई प्रविष्टियां नई नहीं थीं और सभी राज्यों में थीं. जो कार्ड के लिए आवेदन करते समय हो सकती हैं.
वोटर आईडी कार्ड के लिए आवेदन करना एक ऑनलाइन प्रक्रिया है और अक्सर लोग गलती से कई बार आवेदन कर सकते हैं. एक और कारण यह है कि कई लोग अपने निर्वाचन क्षेत्रों और पते को स्थानांतरित करते हैं और नई जगह पर आवेदन करते हैं. ऐसे में वे मतदाता पहचान पत्र के लिए आवेदन करेंगे, लेकिन उनका नाम अपने पहले के स्थान के नाम पर होगा. ऐसे में यह दोहरी प्रविष्टि के रूप में आएगा.
मीणा ने कहा कि बूथवार सूचियां तैयार की जा रही थीं और इन्हें पीठासीन अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा. उन्होंने कहा, 'हमने सभी 140 निर्वाचन क्षेत्रों में विस्तृत जांच का आदेश दिया है.' उन्होंने कहा कि C-VIGIL मोबाइल एप्लिकेशन को 67,000 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुईं, जो आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर प्राप्त हुईं, जिसके बाद राज्य भर में छह लाख से अधिक पोस्टर और बैनर हटा दिए गए. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि राज्य में 2,74,46,039 मतदाताओं के बीच इस बार 290 थर्ड जेंडर वोटर भी शामिल हैं.
Next Story