फाइल फोटो
हरियाणा/हिसार। हांसी में कोरोना वैक्सीन की डोज लेने के बाद बड़ाला गांव में एक 66 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई है. बुजुर्ग की अचानक मौत की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मच गया और आनन-फानन में सीएमओ डॉ. रत्ना भारती सिविल अस्पताल में पहुंच गईं. मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि गांव में आंगनबाड़ी वर्करों ने बुजुर्ग को कोरोना वैक्सीन की डोज ना लेने पर पेंशन और राशन वितरण बंद करने दी धमकी दी थी. जिसके कारण बुजुर्ग काफी डरा हुआ था.
इसके बाद वह बड़ाला गांव में स्थित पीएचसी सेंटर पर करीब दो बजे वैक्सीन लेने लगवाने गया. वैक्सीन लगवाकर जैसे ही घर पहुंचा तो उसकी तबियत खराब हो गई. सिविल अस्पताल में पहुंचे मृतक रामफल शर्मा के स्वजनों ने बताया कि वह वैक्सीन लेने के लिए तैयार नहीं था, लेकिन आंगनबाड़ी वर्करों ने तरह-तरह की बातों से डराया था. वैक्सीन लेने के बाद जब परिवार के सदस्य रामफल को घर लेकर गए तो घर जाते ही उन्हें चक्कर आने लगे, जिसके बाद रामफल शर्मा को पीएचसी सेंटर ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा हांसी सिविल अस्पताल में ले लाया गया. सूचना मिलते ही पुलिस भी अस्पताल में पहुंच गई. स्वजनों ने मृतक का पोस्टमार्टम करवाने की मांग की है. सिविल अस्पताल प्रशासन द्वारा शव को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा, जहां डाक्टरों का बोर्ड पोस्टमार्टम कर रिपोर्ट सौंपेगा.
हिसार की सीएमओ डॉ रत्ना भारती ने बताया की बुजुर्ग की मौत के कारणों का पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चलेगा. स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार वैक्सीन की डोज लेने के बाद आधा घंटा ऑब्जर्वेशन के बाद वो स्वास्थ्य केंद्र से गए थे. उनकी ट्रैवल हिस्ट्री के अनुसार वो इसके बाद एक दुकान पर गए और अखबार भी पढ़ा. किसी प्रकार की लापरवाही अभी तक सामने नहीं आई है.