दिल्ली। दुनियाभर में आज धूमधाम से ईद-उल-फितर मनाई जाएगी. सोमवार शाम को शव्वाल का चांद दिखाई दिया.दरअसल रविवार को शव्वाल का चांद दिखाई नहीं दिया था. इसके बाद लखनऊ की मरकजी चांद कमेटी फरंगी महल के सदर काजी ने कहा था कि रविवार को शव्वाल का चांद नहीं दिखा है. लिहाजा सोमवार को 30वां रोजा था और ईद 3 मई को मनाई जाएगी. बता दें कि ईद की तारीख हिजरी कैलेंडर के कारण हर साल बदलती है. ये कैलेंडर चंद्रमा पर आधारित होता है इसमें चांद की घटती-बढ़ती चाल के अनुसार दिनों की गिनती की जाती है. जब एक नया चांद दिखाई देता है और धार्मिक अधिकारियों द्वारा इसकी पुष्टि की जाती है, तो इस्लामी महीना शुरू होता है. नया चांद दिखने के आधार पर ही दुनियाभर में अलग-अलग दिनों में ईद का त्योहार मनाया जाता है.
ईद उल-फितर यानी मीठी ईद रमजान के रोजा की समाप्ति पर सुबह से शाम तक मनाई जाती है और महीने भर के रोजा के दौरान शक्ति और धीरज प्रदान करने के लिए अल्लाह को धन्यवाद देने के लिए मनाया जाता है.
लखनऊ में ईद की नमाज के लिए सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं.
ऐशबाग ईदगाह 10 बजे
मस्जिद टीले वाली 9 बजे
जामा मस्जिद ठाकुरगंज 10 बजे
दरगाह हज़रत अब्बास (अ. स) 10 बजे
ईमामबाड़ा आगा बाक़र चौक 6 बजे
इमामबाड़ा शाहनजफ 9 बजे
छोटा इमामबाड़ा 8 बजे
लाल मस्जिद कटरा आज़म बेग 8 बजे
शाही मस्जिद आलमबाग 7.30 बजे