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इंडिया चाइल्‍ड प्रोटेक्‍शन फंड की ट्रेनिंग का असर, साइबर डिपार्टमेंट ने दर्ज किए 43 नए मामले

Shantanu Roy
21 March 2023 10:46 AM GMT
इंडिया चाइल्‍ड प्रोटेक्‍शन फंड की ट्रेनिंग का असर, साइबर डिपार्टमेंट ने दर्ज किए 43 नए मामले
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बड़ी खबर
मुंबई। इंडिया चाइल्‍ड प्रोटेक्‍शन फंड (आईसीपीएफ) द्वारा महाराष्‍ट्र साइबर डिपार्टमेंट को साइबर व डिजिटल क्राइम के मामलों की जांच के लिए दी गई ट्रेनिंग अब अपना रंग दिखाने लगी है। राज्‍य साइबर पुलिस ने पॉक्‍सो व अन्‍य साइबर क्राइम के 43 नए मामले दर्ज किए हैं। साथ ही 23 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। राज्‍य साइबर डिपार्टमेंट के अनुसार आईसीपीएफ की ट्रेनिंग से पुलिस अधिकारियों को उन 271 मामलों की जांच में भी मदद मिली है, जो कि बीते कुछ समय पहले दर्ज किए गए थे। इसके चलते 150 लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है। आईसीपीएफ को नोबेल शांति पुरस्‍कार से सम्‍मानित कैलाश सत्‍यार्थी द्वारा स्‍थापित कैलाश सत्‍यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन-यूएस का सहयोग हासिल है। चाइल्‍ड सेक्‍सुअल एब्‍यूज मैटेरियल(सीसैम) जैसे अपराध की गंभीरता को सामने लाने और भारत में इसकी बढ़ती उपलब्‍धता को दिखाने के लिए आईसीपीएफ काम कर रहा है। आईसीपीएफ ने पिछले साल नवंबर माह में स्‍टेट साइबर डिपार्टमेंट के साथ एक एमओयू साइन किया था।
इसके तहत आईसीपीएफ द्वारा 300 से ज्‍यादा पुलिस अधिकारियों को साइबर व डिजिटल क्राइम की जांच के लिए जटिल तकनीक और उपलब्‍ध कानूनी प्रावधानों की जानकारी देना शामिल था। इस ट्रेनिंग का मुख्‍य मकसद था कि पुलिस अधिकारी शातिर और तकनीक के माहिर साइबर अपराधियों से निपट सकें और उन्‍हें कानून के शिकंजे में ला सकें। ट्रेनिंग में साइबर फोरेंसिक जांच पर विशेष जोर दिया गया ताकि हर तरह के साइबर अपराधी को पकड़ा जा सके। 10 बैच में एक सप्‍ताह से ज्‍यादा समय तक चले इस ट्रेनिंग सेशन में पुलिस अधिकारियों को साइबर क्राइम और बच्‍चों से जुड़े अपराध और चाइल्‍ड पोर्नोग्राफी के मामलों की जांच के बारे में प्रशिक्षित किया गया। महाराष्‍ट्र के अलावा आईसीपीएफ ने केरल व तेलंगाना के स्‍टेट पुलिस डिपार्टमेंट के साथ भी इसी तरह का समझौता किया है। साथ ही उत्‍तर प्रदेश के सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट के साथ भी समझौता किया है। इसके तहत करीब 105 स्‍कूलों के मास्‍टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित किया जाएगा। महाराष्‍ट्र साइबर डिपार्टमेंट की कामयाबी को अहम बताते हुए आईसीपीएफ के सीईओ ओपी सिंह ने कहा, ‘कानून प्रवर्तन के लिए अत्याधुनिक प्रशिक्षण के साथ प्रौद्योगिकी की चुनौतियों से निपटने की जरूरत है। हमारा प्रयास व्यावहारिक अनुभवात्मक प्रशिक्षण प्रदान करना है ताकि अधिकारी तेजी से और प्रभावी ढंग से कार्य करने में सक्षम हो सकें।’
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