झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की तबीयत शनिवार को अचानक बिगड़ गई. उल्टी की शिकायत के बाद उन्हें मेदांता हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है. जहां डॉक्टरों ने आइसीयू में एडमिट कर उनका इलाज शुरू कर दिया है. डॉक्टरों का कहना है कि उनके लिवर में कुछ समस्या है. फिलहाल डॉक्टरों की टीम उनकी सेहत पर नजर रखे हुए है. 2020 के सितंबर में लंग्स में इंफेक्शन के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिये चेन्नई एयर एम्बुलेंस के जरिये भेजा गया था. एमजीएम हॉस्पिटल में उनका लंग्स ट्रांसप्लांट कराया गया. 14 जून को जगरनाथ महतो को चार्टर्ड प्लेन के जरिये रिम्स के दो डॉक्टरों की देखरेख में चेन्नई से रांची वापस लाया गया था. इसके बाद कुछ दिनों तक आराम करने के बाद वे काम पर लौट आए थे.
जून महीने में जब जगरनाथ रांची पहुंचे थे, तब एयरपोर्ट पर खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनका स्वागत किया था. शिक्षा मंत्री ने डॉक्टरों की निगरानी में चेन्नई से रांची लाया गया था. उन्होंने चेन्नई के अस्पताल के डॉक्टरों और अन्य स्टाफ का धन्यवाद किया था. अपने विधानसभा क्षेत्र में टाइगर के नाम से मशहूर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि एमजीएम अस्पताल के डॉक्टरों ने जिस तरह से उनका इलाज किया और स्टाफ ने जिस तरह से उनकी देखभाल की इसके लिए मैं उनका धन्यवाद देता हूं.