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नए विवाद में फंसे शिक्षा मंत्री...सवा करोड़ की जमीन 20 लाख में खरीदने का आरोप

HARRY
27 May 2021 12:57 AM GMT
नए विवाद में फंसे शिक्षा मंत्री...सवा करोड़ की जमीन 20 लाख में खरीदने का आरोप
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ट्विटर फोटो 

मंत्री का दावा- कुछ गलत नहीं किया

उत्तर प्रदेश सरकार में बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी भाई की नौकरी के बाद अब एक नए विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं. उन पर अब एक महंगी जमीन को बेहद कम दाम में खरीदने के आरोप लग रहे हैं. आरोप हैं कि मंत्री ने सवा करोड़ की जमीन महज 20 लाख रुपए में खरीद ली. ये जमीन उन्होंने अपने और अपनी मां के नाम पर खरीदी है. हालांकि, मंत्री का कहना है कि उन्होंने कोई गड़बड़ी नहीं की है और हर जांच के लिए तैयार हैं.विवाद में फंसे https://www.aajtak.in/india/uttar-pradesh/story/uttar-pradesh-basic-education-minister-satish-dwivedi-in-land-controversy-1261654-2021-05-26


दरअसल, सपा नेता और विधान परिषद के सदस्य सुनील कुमार यादव ने ट्विटर पर चार रजिस्ट्री की तस्वीर शेयर की हैं. उनका दावा है कि ये जमीन की रजिस्ट्री सतीश द्विवेदी और उनकी मां के नाम पर है. उनका आरोप है कि जमीन मार्केट रेट से कम दाम पर खरीदी गई है.
सुनील कुमार यादव ने आरोप लगाया है कि सतीश द्विवेदी ने अपने और अपनी मां के नाम पर महंगी जमीनों को कम कीमत पर खरीदा. उनका आरोप है कि एक जमीन की कीमत 65.45 लाख रुपए थी, जिसे 12 लाख रुपए में खरीदा गया है. वहीं, एक जमीन की मार्केट वैल्यू 1.26 करोड़ रुपए थी जिसे महज 20 लाख रुपए में खरीद लिया गया.
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "गरीब का हक मार कर EWS कोटे के तहत अपने भाई की फर्जी नियुक्ति कराने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ जी के ईमानदार बेसिक शिक्षा मंत्री जी, करोड़ों की जमीन 20 लाख में बैनामा कराने का भी हुनर रखते हैं. अब समझ में आ रहा है कि भाई ने इस्तीफा क्यों दिया! योगीजी आपके मंत्री कब इस्तीफा देंगे?"
इसके बाद आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भी ट्वीट कर सतीश द्विवेदी को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने लिखा, "क्या आपको 1 करोड़ 26 लाख 29 हजार की जमीन 20 लाख में चाहिए? तो आदित्यनाथ जी की सरकार में मंत्री बन जाइए."
वहीं, इस मामले में मंत्री सतीश द्विवेदी ने आजतक को फोन पर बताया कि रजिस्ट्री की कॉपी सही है. उन्होंने दावा किया कि जमीन की खरीद-फरोख्त में न तो कोई गड़बड़ी हुई है और न ही कुछ गैर-कानूनी है. हम किसी भी जांच के लिए तैयार हैं. सतीश द्विवेदी का कहना है कि सभी दस्तावेज पब्लिक में है, जिसे कोई भी देख सकता है. उनका कहना है कि "गांव में ज्यादातर सर्किल रेट, मार्केट रेट से ज्यादा होता है. हमने जमीन सर्किल रेट के हिसाब से स्टांप ड्यूटी अदा कर खरीदी है. हमने कुछ गलत नहीं किया है. जांच पड़ताल होगी तो उसका जवाब दिया जाएगा."
सतीश द्विवेदी अब तक छोटे भाई अरुण द्विवेदी को EWS कोटे से असिस्टेंट प्रोफेसर बनाए जाने पर विवादों में घिरे हुए थे. बुधवार को ही उनके भाई अरुण ने असिस्टेंट प्रोफेसर के पद से इस्तीफा दिया है.
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