झज्जर। हरियाणा के कई स्कूलों में छात्राओं के यौन शोषण के मामले सामने आने के बाद शिक्षा विभाग सख्त हो गया है। स्कूल पर्यवेक्षण के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी और जिला परियोजना संयोजक स्कूल मुखिया का कक्ष, प्रयोगशाला, कक्षा, आईटीसी लैब की जांच भी करेंगे। जबकि इन जगहों पर पर्दे और …
झज्जर। हरियाणा के कई स्कूलों में छात्राओं के यौन शोषण के मामले सामने आने के बाद शिक्षा विभाग सख्त हो गया है। स्कूल पर्यवेक्षण के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी और जिला परियोजना संयोजक स्कूल मुखिया का कक्ष, प्रयोगशाला, कक्षा, आईटीसी लैब की जांच भी करेंगे। जबकि इन जगहों पर पर्दे और काले शीशे नहीं लगाए जा सकेंगे। बताया जा रहा है कि स्कूलों में बंद पड़ी शिकायत पेटिकाओं को दोबारा खोला जाएगा।
बालिका मंच और मन की बात कार्यक्रमों को फिर से शुरू किया जाएगा। पर्यवेक्षण के दौरान अधिकारी बच्चों से बात करेंगे। उन्हें मन की बात कहने, उन तक पहुंचाने का अवसर देंगे। वहीं विभाग ने निर्देश दिए हैं कि जिला व खंडस्तर पर बनाई गईं कमेटियों को सक्रिय कर बैठकों की रिपोर्ट को संबंधित विभाग से साझा किया जाए। महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ समुचित समन्वय किया जाए। इसके अलावा राज्य महिला आयोग की सदस्य कम से कम पांच प्रतिशत बालिकाओं से बात करके उनके मन की बात जानेंगी।