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कोलकाता: शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) बीरभूम जिले में बंगाल के मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा के आवास पर छापेमारी कर रही है. इससे पहले ईडी ने 11 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद बिजनेसमैन प्रसन्ना रॉय को गिरफ्तार कर लिया था. सूत्रों की मानें तो उन्होंने पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी समेत कई प्रभावशाली नेताओं और नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों के बीच मीडिएटर की भूमिका निभाई थी.
ईडी ने शुक्रवार को शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर चंद्रनाथ सिन्हा के आवास पर छापा मारा. मंत्री के आवास के अलावा और कई जगहों पर भी जांच एजेंसी छापेमारी कर रही है. जानकारी के मुताबिक सुबह करीब 9:10 बजे ईडी की 5 सदस्यीय टीम सेंट्रल फोर्स-महिला फोर्स के साथ दाखिल हुई.
इस छापेमारी के दौरान एमएसएमई विभाग के मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा घर पर नहीं हैं. उनका घर गिरफ्तार हो चुके टीएमसी के कद्दावर नेता अणुब्रत मंडल के घर से थोड़ी दूर है. पीले रंग का दो मंजिला घर हर वक्त सीसीटीवी की नजर में रहता है.
इससे पहले ईडी ने बुधवार को बिजनेसमैन प्रसन्ना रॉय को कोलकाता के सीजीओ कॉम्प्लेक्स में पूछताछ के लिए बुलाया था. 11 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. सूत्रों का दावा है कि उन्होंने शिक्षक भर्ती घोटाले में उम्मीदवारों और पूर्व शिक्षा मंत्री समेत कई नेताओं के बीच बातचीत में अहम भूमिका निभाई थी. पिछले साल प्रसन्ना को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था लेकिन उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी.
कलकत्ता हाई कोर्ट की ओर से पारित आदेश के बाद ईडी और सीबीआई दोनों एजेंसियां कथित शिक्षक भर्ती में हुई अनियमितताओं की जांच कर रही हैं. जांच के दौरान प्रसन्ना रॉय का नाम सामने आया था, जिसके बाद पिछले साल दिसंबर में प्रवर्तन निदेशालय ने शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में कोलकाता में चार्टर्ड अकाउंटेंट, व्यापारियों सहित अन्य लोगों के घर और ऑफिस पर छापेमारी की थी. इसी मामले में आरोपी पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और कई तृणमूल कांग्रेस के नेता, राज्य शिक्षा विभाग के अधिकारी जेल में हैं.
#WATCH | Enforcement Directorate conducts raid at the residence of TMC minister Chandranath Sinha in Bolpur, in West Bengal's Birbhum pic.twitter.com/Yl4z3V2Lb0
— ANI (@ANI) March 22, 2024
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