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ED का बड़ा एक्शन: पूर्व सीएम के करीबी के घर मारी रेड, करोड़ों के ज्वेलरी, कैश, कार जब्त
Shantanu Roy
14 March 2024 5:38 PM GMT
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बड़ी खबर
बिहार। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के परिवार के करीबी माने जाने वाले हरियाणा के रियल एस्टेट और शराब कारोबारी अमित कात्याल के साथ-साथ राजेश कत्याल के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छापेमारी की. ईडी ने इस छापेमारी में दो करोड़ 41 लाख की ज्वैलरी और कोइन्स जब्त किए हैं. ईडी ने रेड के दौरान करीब 32 लाख रुपए का कैश, लग्जरी गाड़ियां भी जब्त की हैं जिनमें बेंटले और मर्सेडीज भी हैं. ईडी ने छापेमारी के दौरान कई डिजिटल डिवाइस, हार्ड ड्राइव, पेन ड्राइव जिनमें इंक्रीमेंटिंग डेटा था, उन सभी को अपने कब्जे में लिया है. ईडी को कई कागजात भी हाथ लगे हैं जिनसे लंदन, श्रीलंका, सेंट किट्स एंड नेविस में बैंक अकाउंट्स का भी पता चला हैं जहां बायर्स के पैसे को ठिकाने लगाने का अंदेशा जताया गया है.
The Enforcement Directorate has seized incriminating evidence, jewellery and coins worth Rs 2.41 crores, cash worth Rs 31.94 lakhs, five luxury cars and SUVs of brands such as Bentley and Mercedes, digital devices and documents related to foreign bank accounts in London, St.… pic.twitter.com/f3uwVol2P1
— ANI (@ANI) March 14, 2024
ईडी के मुताबिक, कत्याल के बेटे कृष्ण कात्याल ने 18 साल की उम्र में सेंट किट्स एंड नेविस की नागरिकता ले ली थी जिससे लगता है कि साजिशन नागरिकता लेकर प्लान तरीके से घर खरीदने का सपना देखने वाले खरीददारों का पैसा वहां ट्रांसफर कर फ्रॉड किया गया है.ईडी ने दावा किया है कि करीब 200 करोड़ रुपये से ज्यादा श्रीलंका में एक शैल कंपनी की शेयर होल्डिंग लेकर ठिकाने लगाया गया है. ईडी ने मंगलवार (12 मार्च) को गुरुग्राम के बड़े बिल्डर अमित कात्याल की एमएस कृष रियल टेक प्राइवेट लिमिटेड और ब्रह्मा सिटी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर छापेमारी की थी. ईडी का यह सर्च ऑपरेशन कंपनी से जुड़ी 17 लोकेशंस दिल्ली, गुरुग्राम और सोनीपत में चला था.
जांच एजेंसी ईडी का आरोप है कि उक्त कंपनी ने घर और जमीन खरीदने वाले ग्राहकों के 400 करोड़ रुपये को शैल कंपनी के जरिए विदेश भेज दिया है. यह छापेमारी गुरुग्राम पुलिस और ईओडब्लू की ओर से दर्ज की गयी कि एफआईआर पर इसीआईआर (ECIR) दर्ज कर ईडी ने छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान ईडी को सबूत मिले हैं कि सैकडों करोड़ रुपये को गलत तरीके से ठिकाने लगाकर अमित कात्याल, राजेश कात्याल, कृष्ण कात्याल और परिवार के दूसरे सदस्यों को फायदा पहुंचाया गया. अमित कत्याल को इससे पहले ईडी ने रेलवे में जमीन के बदले नौकरी घोटाले में गिरफ्तार किया था.
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