भारत

ईडी ने कई बिल्डरों और चार्टर एकाउंटेंट के ठिकानों में मारा छापा, 75 करोड़ के लोन घोटाला मामले में की बड़ी कार्रवाई

Nilmani Pal
16 Dec 2021 10:38 AM GMT
ईडी ने कई बिल्डरों और चार्टर एकाउंटेंट के ठिकानों में मारा छापा, 75 करोड़ के लोन घोटाला मामले में की बड़ी कार्रवाई
x

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बैंकों से 75 करोड़ के लोन घोटाले में बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार को ईडी ने एक साथ सरावगी ब्रदर्स एंड डेवलपर्स से जुड़े मामले में रांची के अलग-अलग बिल्डरों व चार्टर एकाउंटेंट के नौ ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान ईडी ने रांची के इलिका इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक संतोष जैन के फ्लैट से 3 करोड़ और बिल्डर गौतम मोदी के फ्लैट से 41 लाख नकद बरामद किए। दोनों रांची मेन रोड के पॉश ब्लेयर अपार्टमेंट में रहते हैं। ईडी के मुताबिक, पूरे मामले में कई महत्वपूर्ण कागजात मिले हैं। करोड़ों के निवेश के सबूत भी मिले हैं। ईडी अधिकारियों के मुताबिक, जब्त नकदी के संबंध में पूछताछ भी की गई। लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। ईडी इस संबंध में आयकर विभाग से पत्राचार करेगी। आयकर विभाग अलग से इस मामले में कार्रवाई करेगा।

ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, टीम ने कांके रोड में बिल्डर ज्ञान सरावगी के यहां छापेमारी की। यहां से बैंक खातों से जुड़े कागजात, निवेश से जुड़े पेपर समेत कई महत्वपूर्ण कागजात जब्त किए गए। ईडी की टीम ने इलिका इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक संतोष जैन व आकाश अडुकिया के यहां से भी महत्वपूर्ण कागजात जब्त किए। ईडी ने किशोरगंज चौक स्थित समृद्धि अपार्टमेंट में सरावगी बिल्डर्स एंड डेवलपर्स के कार्यालय में छापा मारा। ईडी की टीम एसजी एक्सोटिका के संचालक गौतम मोदी और सुभाष मोदी के ब्लेयर अपार्टमेंट और पलाश अपार्टमेंट स्थित ठिकानों पर गई थी। वहां से भी कागजात बरामद किए गए। बैंक लोन घोटाले में ईडी ने चार्टर्ड एकाउंटेंट अनीश अग्रवाल के एसजी एक्सोटिका स्थित आवास में छापेमारी की।

रांची में बैंक आफ इंडिया की लालपुर शाखा समेत अलग अलग बैंकों से सरावगी बिल्डर्स एंड डेवलपर्स ने 75 करोड़ से अधिक के लोन की निकासी की थी। इसके बाद सीए अनीश अग्रवाल की मदद से बिल्डरों ने इन पैसों को अलग अलग खातों में ट्रांसफर कर दिया था। इस मामले में सीबीआई ने पूर्व में केस दर्ज कर चार्जशीट भी दायर की थी। सीबीआई की चार्जशीट के आधार पर ईडी ने इस केस में अलग से मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।


Next Story