ED का छापा: मंत्री नेता बोले - अगर पैसे का कोई लेन-देन होता है तो वह कोर्ट के सामने आएगा
मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री और शिवसेना नेता अनिल परब के आवास समेत 7 जगहों पर छापेमारी की. ईडी ने मुंबई में अनिल परब के सरकारी और निजी आवास पर छापा मारा. इसके अलावा ईडी ने दापोली में उनके रिसॉर्ट और पुणे में कुछ जगहों पर छापे मारे. बताया जा रहा है कि ये कार्रवाई दापोली रिसॉर्ट मामले से जुड़ी है. प्रवर्तन निदेशालय की इस कार्रवाई पर परब ने कहा, यह सबमिशन कोर्ट में दिया गया है. सभी लेन-देन के बारे में बताया गया है और अभी तक रिसोर्ट नहीं खुला है.
उन्होंने कहा, ईडी ने जांच शुरू कर मुझसे कई सवाल पूछे हैं. मैंने सभी प्रश्नों का उत्तर दिया है और मैंने हमेशा यह सुनिश्चित किया है कि मैं सभी प्रश्नों का जवाब दूंगा. परब ने कहा, अगर पैसे का कोई लेन-देन होता है तो वह कोर्ट के सामने आएगा. 6 करोड़ रुपये के बेहिसाब बताए जाने के संबंध में आयकर की ओर से कोई रिपोर्ट नहीं है. अनिल पारब महाराष्ट्र सरकार में ऐसे तीसरे मंत्री हैं, जिनके खिलाफ ईडी ने कार्रवाई की है. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में अनिल देशमुख गिरफ्तार किया था. इसके बाद अनिल देशमुख को इस्तीफा देना पड़ा था. हाल ही में ईडी ने अनिल परब के खिलाफ केस दर्ज किया था. यह केस दापोली रिसॉर्ट से जुड़े मामले में दर्ज किया गया था. वहीं, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक भी अंडरवर्ल्ड से संपर्क और मनी लॉन्ड्रिग के मामले में जेल में बंद हैं.
बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने आरोप लगाया था कि अनिल परब ने रत्नागिरी जिले की दापोली तहसील में पड़ने वाले मुरुड गांव में एक शानदार रिसॉर्ट बनवाया है. उनका आरोप था कि अनिल परब ने धोखाधड़ी और जालसाजी से रत्नागिरी में दापोली के पास 10 करोड़ की लागत से रिसॉर्ट बनवाया है. उन्होंने परब के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की थी. ये रिसॉर्ट खेती की जमीन पर लॉकडाउन के दौरान बनाया गया.