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नई दिल्ली (आईएएनएस)| प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मलाइका मल्टी-स्टेट कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी (एमएमसीसीएस) में लोगों द्वारा जमा किए गए पैसों की हेराफेरी के मामले में उसके संस्थापक गिल्बर्ट बैप्टिस्ट, उनके परिवार के सदस्यों और उनके द्वारा नियंत्रित 60.44 करोड़ रुपये की 48 अचल संपत्तियों को कुर्क किया है। एजेंसी ने शुक्रवार को बताया कि इसमें फ्लैट, दुकानें, जमीन आदि शामिल हैं। महाराष्ट्र राज्य पुलिस के मीरा रोड थाने में दर्ज प्राथमिकी और दो आरोपपत्रों के आधार पर केंद्र सरकार ने धन शोधन कानून के तहत जांच शुरू की थी।
ईडी की जांच में पता चला है कि मलाइका मल्टी-स्टेट को-ऑपरेटिव क्रेडिट सोसायटी की स्थापना 2010 में गिल्बर्ट बैपटिस्ट, मार्सेलिन बैपटिस्ट द्वारा की गई थी। बाद में, बैपटिस्ट ने एमएमसीसीएस के कई अन्य डमी निदेशक नियुक्त किए। सोसायटी को इसके अध्यक्ष बैपटिस्ट द्वारा वन मैन शो के रूप में चलाया गया था।
ईडी ने कहा, अन्य सभी सदस्य दिन-प्रतिदिन के संचालन के लिए उनके निर्देशों का पालन कर रहे थे.. निवेशकों को बड़े रिटर्न के वादे के साथ कई योजनाओं में पैसा जमा करने के लिए व्यवस्थित रूप से लुभाया गया था। लेकिन, सुरक्षित व्यवसायों या उपकरणों में जमा राशि निवेश करने की बजाय गिल्बर्ट बैपटिस्ट ने अधिकांश धन अपने स्वयं के व्यावसायिक उपक्रमों में लगा दिया।
ED has prov. attached 52 immovable properties worth ₹60.44 Cr consisting of flats/shops/lands in Maharashtra & Karnataka, belonging to Gilbert Baptist, his associates under PMLA 2002 in money laundering inv. in the financial fraud in Malaika Multi State Credit Coop. Society. pic.twitter.com/L7V07kwp6D
— ED (@dir_ed) June 9, 2023
इसने आगे कहा कि बैपटिस्ट ने मलाइका एप्लायंसेज प्राइवेट लिमिटेड (एमएपीएल), यासोमा इंडस्ट्रीज, यासोमा वेडिंग साड़ी और मलाइका स्टारसिटी प्रोजेक्ट आदि के नाम से विभिन्न व्यवसाय खोले थे, जो एमएमसीसीएस से प्राप्त निवेश से चलाए जाते थे। एमएमसीसीएसके वित्तीय लेखा परीक्षकों ने वार्षिक आवधिक लेखा परीक्षा के दौरान कई अनियमितताओं की ओर इशारा किया, जिन्हें गिल्बर्ट बैपटिस्ट और उनके सहयोगियों ने नजरअंदाज कर दिया था। ऋण स्वीकृत करने के लिए विवेकपूर्ण वित्तीय मानदंडों का पालन नहीं किया गया था।
उनके व्यवसायों में भी इसी तरह लापरवाह रवैया अपनाया गया। उसने अपने, अपने परिवार, अपने सहयोगियों, अपने व्यवसायों के नाम पर संपत्ति बनाने के लिए धन का इस्तेमाल किया।
उनके व्यापारिक उपक्रमों को नुकसान होने लगा और जल्द ही एमएमसीसीएस के खाते एनपीए बन गए, जिसके परिणामस्वरूप हजारों निर्दोष निवेशकों को नुकसान हुआ। ऐसा अनुमान है कि गिल्बर्ट बैप्टिस्ट द्वारा की गई धोखाधड़ी के कारण 200 करोड़ रुपये की जमा राशि का निवेशकों को नुकसान हुआ।
अधिकारी ने कहा, जमाकर्ताओं के पैसे की हेराफेरी कर अर्जित अपराध की आय का उपयोग महाराष्ट्र और कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में एमएपीएल, गिल्बर्ट बैप्टिस्ट, मार्सेलिन बैपटिस्ट, एल्सी रोड्रिग्स, रीना जोस, मनोहर शेट्टी के नाम पर अचल संपत्तियां बनाने के लिए किया गया था। ईडी ने सुशांत साबत, मलाइका स्टार सिटी प्रोजेक्ट, यासोमा इंडस्ट्रीज और यासोमा वेडिंग को कुर्क किया है।
इससे पहले ईडी ने बैपटिस्ट को गिरफ्तार किया था और वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।
मामले की आगे की जांच जारी है।
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