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सड़क से लेकर संसद तक बीरभूम हिंसा की गूंज, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन जस्टिस अरुण मिश्रा ने स्वत: संज्ञान लिया

jantaserishta.com
24 March 2022 10:55 AM GMT
सड़क से लेकर संसद तक बीरभूम हिंसा की गूंज, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन जस्टिस अरुण मिश्रा ने स्वत: संज्ञान लिया
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नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट के बोगतुई गांव में तीन महिलाओं और दो बच्चों समेत आठ लोगों को जिंदा जलाने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन जस्टिस अरुण मिश्रा ने स्वत: संज्ञान लिया है. एनएचआरसी अधिकारियों ने बताया कि वहां मानवाधिकार आयोग की टीम जांच करेगी. रामपुरहाट के बोगतुई गांव में मंगलवार को तड़के करीब एक दर्जन मकानों में आग लगने से दो बच्चों समेत कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी. यह घटना सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पंचायत स्तर के एक नेता की कथित हत्या के कुछ घंटों के भीतर हुई थी.

तृणमूल कांग्रेस के नेता की हत्या के बाद रामपुरहाट शहर के बाहरी इलाके में स्थित बोगतुई गांव में कथित तौर पर करीब एक दर्जन मकानों में आग लगा दी गई थी. ऐसा कहा जा रहा है कि कुछ लोगों ने अपने नेता की हत्या के प्रतिशोध में मकानों में आग लगा दी. इस मामले में अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पश्चिम बंगाल सरकार ने घटना की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) ज्ञानवंत सिंह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
रामपुरहाट अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि शवों का पोस्टमॉर्टम और अन्य जांच करने वाले फॉरेंसिक विशेषज्ञों के प्रारंभिक निष्कर्षों के अनुसार पीड़ितों को पहले बुरी तरह पीटा गया और फिर जिंदा जला दिया गया.
गुरुवार दोपहर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी हिंसा में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार वालों से जाकर मिलीं. उन्होंने सभी से बात की और उनका दर्द जाना. ममता बनर्जी से बात करते-करते कई परिवार रोने लगे. ममता ने उन्हें आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भरोसा दिलाकर शांत करने की कोशिश की.
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा और कहा कि इस घटना ने पूरे हिंदुस्तान को झकझोर दिया है. संबित पात्रा ने कहा कि ये सिर्फ बंगाल का मुद्दा नहीं है ये देश का मुद्दा है. कल पीएम ने भी इस मुद्दे पर खेद जताया था. ये बदले में की गई घटना है. ये देश के लिए बहुत चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि महिलाओं को कमरे में बंद करके मार दिया जाता है. संबित पात्रा ने कहा, आपका नाम तो ममता है, लेकिन आपका काम निर्मम है. आपका नाम निर्मम बनर्जी है.

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