गुजरात। गुजरात के कच्छ जिले में मंगलवार को सुबह 3.4 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. जिला प्रशासन ने बताया कि इससे किसी के हताहत होने या संपत्ति को नुकसान की कोई खबर नहीं है. गांधीनगर स्थित भूकंप अनुसंधान संस्थान (आईएसआर) ने बताया कि भूकंप का झटका सुबह सात बजकर 50 मिनट पर दर्ज किया गया और इसका केंद्र जिले में रापड़ से 19 किलोमीटर पश्चिम दक्षिण-पश्चिम में था. आईएसआर के मुताबिक, भूकंप सतह से 21.7 किलोमीटर की गहराई पर आया. उल्लेखनीय है कि गत दो सप्ताह में भूकंप के 3.4 तीव्रता के तीन झटके जिले में महसूस किए जा चुके हैं। कच्छ जिला भूकंप के लिहाज से 'अति संवेदनशील' जोन में आता है. जनवरी 2001 में आए भूकंप से जिले में भारी तबाही मची थी और करीब 13,800 लोगों की मौत हुई थी जबकि 1.67 लाख लोग घायल हुए थे.
आखिर क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैन्टल और क्रस्ट कोर. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर के नाम से जाना जाता है. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है. इसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर हिलती-डुलती रहती हैं. जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिलने लगती है तो उसे भूकंप कहते हैं. ये प्लेट क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं. भूकंप की तीव्रता को मापने के लिए रिक्टर स्केल का पैमाना इस्तेमाल किया जाता है. इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है. रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के अंकों के आधार पर मापा जाता है. भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है.