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पूर्वी सिक्किम में भूकंप के झटके किये महसूस, मापी गई 4.0 की तीव्रता

Admin4
25 July 2021 4:28 PM GMT
पूर्वी सिक्किम में भूकंप के झटके किये महसूस, मापी गई 4.0 की तीव्रता
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पूर्वी सिक्किम में रविवार रात 8.39 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.0 मापी गई. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने इस बात की जानकारी दी.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- Earthquake in East Sikkim: पूर्वी सिक्किम में रविवार रात 8.39 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.0 मापी गई. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने इस बात की जानकारी दी.

आखिर क्यों आता है भूकंप
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर के नाम से जाना जाता है. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है. इसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर हिलती-डुलती रहती हैं. जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिलने लगती है तो उसे भूकंप कहते हैं. ये प्लेट क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं. इसके बाद वह स्थिर रहते हुए अपनी जगह तलाशती हैं इस दौरान एक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे आ जाता है.
कब होती है भूकंप से तबाही?
भूकंप की तीव्रता का अंदाजा केंद्र (एपीसेंटर) से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है. इन तरंगों से सैंकड़ो किलोमीटर तक कंपन होता है और धरती में दरारें तक पड़ जाती है. अगर भूकंप की गहराई उथली हो तो इससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी करीब होती है जिससे भयानक तबाही होती है. लेकिन जो भूकंप धरती की गहराई में आते हैं उनसे सतह पर ज्यादा नुकसान नहीं होता. समुद्र में भूकंप आने पर उंची और तेज लहरें उठती है जिसे सुनामी भी कहते हैं.
ऐसे मापी जाती है भूकंप की तीव्रता
भूकंप की तीव्रता को मापने के लिए रिक्टर स्केल का पैमाना इस्तेमाल किया जाता है. इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है. रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के अंकों के आधार पर मापा जाता है. भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है..


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