डूसू चुनाव : एनएसयूआई ने लगाए पक्षपात के आरोप, डीयू ने बताया निराधार
दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में पक्षपात के आरोप भी लगे हैं। कांग्रेस समर्थित एनएसयूआई से जुड़े छात्रों ने आरोप लगाया है कि प्रशासन की सांठ-गांठ से लक्ष्मी बाई कॉलेज में फर्ज़ी वोटिंग कराई गई है। इन छात्रों का कहना था कि विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी तरह से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की कठपुतली बनकर रह गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन आरोपों को पूरी तरह से निराधार और मनगढ़ंत बताया है।
शुक्रवार को दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव के दौरान से एनएसयूआई जुड़े छात्रों ने यह आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि छात्रसंघ चुनाव के दौरान यहां एनएसयूआई के प्रत्याशियों तक को कॉलेज के अंदर नहीं जाने दिया गया। एनएसयूआई ने आरोप लगाया कि यह चुनाव छात्र बनाम सरकार है। छात्र इसका जवाब वोट से देंगें। एनएसयूआई के नीतेश ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ज़बरदस्ती दूसरे पक्ष के समर्थन में वोट डलवाने का दबाव बना रहा है।
हालांकि, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने इस प्रकार के सभी आरोपी को झूठा करार दिया है। विद्यार्थी परिषद का कहना है कि छात्र अपनी इच्छा से मतदान कर रहे हैं और छात्रों में मतदान को लेकर अच्छा खासा उत्साह भी देखा जा सकता है। एबीवीपी की सचिव पद की उम्मीदवार अपराजिता ने कहा, "मैं दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों का दौरा कर रही हूं। मैं दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी छात्रों, विशेषकर छात्राओं से एबीवीपी के लिए अपना वोट डालने की अपील कर रही हूं। एबीवीपी एकमात्र छात्र संगठन है, जिसने परिसर में महिलाओं के अधिकार और विश्वविद्यालय में महिला सशक्तीकरण के लिए लड़ाई लड़ी है।"
अपराजिता ने कहा, "मैं पूरी तरह से विश्वास करती हूं और अनुरोध करता हूं कि दिल्ली विश्वविद्यालय में हमारी बहनें वोट देने के अपने अधिकारों का प्रयोग करेंगी। अपने प्रतिनिधित्व, डूसू में, अपनी आवाज और एबीवीपी के पक्ष में अपना वोट डाला होगा।"