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फाइल फोटो
भुवनेश्वर (आईएएनएस)| राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक आम भक्त की तरह गुरुवार को जगन्नाथ मंदिर के दर्शन पुरी ग्रांड रोड पर करीब 2 किमी. पैदल चलकर किया। जुलाई में देश के शीर्ष संवैधानिक पद का कार्यभार संभालने के बाद यह उनका ओडिशा का पहला दौरा है। उन्होंने अपने दौरे की शुरूआत जगन्नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर की।
मंदिर की ओर बढ़ते हुए राष्ट्रपति ने ग्रैंड रोड पर बालागंडी चक के पास अपने काफिले को रोक लिया और मंदिर तक पहुंचने के लिए करीब 2 किमी पैदल चली। बदादंडा पहुंचने के बाद, मुर्मू ने भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना की।
उनकी बेटी, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, भाजपा नेता संबित पात्रा और वरिष्ठ अधिकारी भी राष्ट्रपति के साथ शामिल हुए।
मंदिर जाते समय श्रद्धालुओं ने ओडिशा की बेटी मुर्मू का अभिवादन किया। मुर्मू ने स्कूली बच्चों के साथ एक तस्वीर भी खिंचवाई।
अरुणा स्तम्भ को छूकर उन्होंने मंदिर में प्रवेश किया। बैसीपहाचा के माध्यम से मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश किया और भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के सामने प्रार्थना की।
मंदिर के अंदर करीब 30 मिनट बिताने के बाद वह बाहर आईं और आगंतुक पुस्तिका पर एक संदेश के साथ हस्ताक्षर किए।
राष्ट्रपति मुर्मू दो दिवसीय ओडिशा यात्रा पर आज सुबह भुवनेश्वर पहुंचे। उनके आगमन पर, हवाई अड्डे पर राज्यपाल गणेशी लाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और अन्य शीर्ष अधिकारियों ने स्वागत किया। साथ ही राष्ट्रपति को औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
कार्यक्रम के अनुसार दोपहर में वह भुवनेश्वर लौटेंगी, प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों और नेताओं की प्रतिमाओं के समक्ष उन्हें श्रद्धांजलि देंगी।
11 नवंबर को मुर्मू भुवनेश्वर में तपोबन हाई स्कूल, यूनिट- टू गवर्नमेंट गर्ल्स हाई स्कूल और कुंतला कुमारी सबत आदिवासी गर्ल्स हॉस्टल यूनिट- टू का दौरा करेंगी और छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत करेंगी।
बाद में दोपहर में नई दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले वह यहां जयदेव भवन से केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की विभिन्न परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगी।
jantaserishta.com
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