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वाट्सएप ग्रुप के कारण साइबर ठगी होने से बच गई, दो पुलिस कांस्‍टेबल ने ऐसे किया कमाल

jantaserishta.com
16 Aug 2021 3:23 AM GMT
वाट्सएप ग्रुप के कारण साइबर ठगी होने से बच गई, दो पुलिस कांस्‍टेबल ने ऐसे किया कमाल
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मुंबई. जैसे-जैसे डिजिटलाइजेशन बढ़ रहा है, वैसे-वैसे साइबर ठगी या साइबर लूट (Cyber Loot) के मामले भी बढ़ रहे हैं. इनके कारण लोगों बड़ी चपत लग रही है. ऐसा ही मुंबई में हुआ, लेकिन दो कांस्‍टेबल की ओर से बनाए गए वाट्सएप ग्रुप के कारण साइबर ठगी होने से बच गई. कुछ दिनों पहले मुंबई (Mumbai) के जूहू में रहने वाले एक बुजुर्ग की बेटी पुलिस के पास शिकायत लेकर पहुंची थी कि कुछ साइबर ठग उसके पिता को झांसे में लेकर उनके खाते से 75000 रुपये की लूट कर रहे हैं.

लड़की ने बताया था कि ठगों ने उनके पिता से क्रेडिट कार्ड डिटेल को फोन पर लिया था. उनके पिता ने यह 75000 रुपये अपने कैंसर के इलाज के लिए रख रखे थे. इससे पहले कि कार्ड ब्‍लॉक किया जाता, ठगों ने उससे ऑनलाइन शॉपिंग कर डाली.
इस केस को लेकर मुंबई पुलिस अपनी क्राइम ब्रांच के पास मदद मांगने पहुंची. इसके बाद क्राइम ब्रांच ने 'स्‍टॉप बैंकिंग फ्रॉड' नामक वाट्सएप ग्रुप का रुख किया. इस ग्रुप को चार साल पहले ग्‍वालियर के दो पुलिस कांस्‍टेबल पुष्‍पेंद्र यादव और राधारमण त्रिपाणि ने बनाया था. इस ग्रुप के जरिये अगले पांच मिनट में लड़की की मदद हो गई.
दरअसल क्राइम ब्रांच के एक अफसर ने ग्रुप पर लड़की के पिता के कार्ड से संबंधित जानकारी डाली. इसके कुछ ही देर में उस ग्रुप में शामिल ई-कॉमर्स वेबसाइट के एक एक्‍जीक्‍यूटिव ने साइबर ठगों की ओर से की गई शॉपिंग का ट्रांजैक्‍शन रोक दिया. अब पुलिस को बस वो रुपये वापस दिलवाने के लिए सिर्फ एक ईमेल करना है.
पुष्‍पेंद्र यादव का कहना है कि एक समय बाद लोगों की जमापूंजी को साइबर ठगों से बचाने का काम हमारे लिए जुनून बन गया. हमने इस ग्रुप में कश्‍मीर से लेकर कन्‍याकुमारी तक के अफसरों को जोड़ा हुआ है.
वहीं ग्‍वालियर साइबर क्राइम एसपी सुधीर अग्रवाल का कहना है कि यह ग्रुप साइबर विभाब में तैनात दो कांस्‍टेबल ने 4 साल पहले बनाया था. इससे इस बात का आश्‍वासन मिलता है कि साइबर ठगी होने के बाद भी आपका पैसा वापस आ सकता है. अब गृह मंत्रालय ने भी ऐसी एक वेबसाइट शुरू की है.
दोनों कांस्‍टेबल के अनुमान के मुताबिक उनके कारण अब तक कम से कम 15 करोड़ रुपये रिकवर किए गई हैं. एक पुलिस अफसर का कहना है कि साइबर क्राइम के मामले में पैसों को जाने से समय पर रोकना काफी अहम होता है. अन्‍य औपचारिकताएं बाद में पूरी की जा सकती हैं. इसमें यह ग्रुप अहम भूमिका निभा रहा है.
'स्टॉप बैंकिंग फ्रॉड' वाट्सएप और टेलीग्राम ग्रुप में देश भर के पुलिस बलों के अधिकारियों और 75 सेवा प्रदाताओं और पांच प्रमुख पेमेंट एग्रीगेटर्स के नोडल प्रतिनिधियों को जोड़ा गया है. वर्तमान में, व्हाट्सएप ग्रुप में 256 सदस्य हैं और टेलीग्राम ग्रुप में 2,231 सदस्य हैं.
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