नौकरी नहीं लगने पर किया सुसाइड, रिटायर रेलवे कर्मी के बेटे ने दे दी जान
जानकारी के मुताबिक, करनपुर निवासी हनुमान रावत रेलवे से सेवानिवृत्त हैं. उनके दो बेटे हैं. छोटा बेटा संदीप सेना में कार्यरत है. जबकि, बड़ा बेटा दिलीप रेलवे में नौकरी की कोशिश कर रहा था. उन्होंने बताया कि दिलीप रविवार देर शाम करीब आठ बजे बिना कुछ बताए घर से निकल गया था. घर वाले उसका इंतजार करते रहे. लेकिन वह नहीं लौटा. उससे कई बार फोन भी किए लेकिन उसने उसका भी जवाब नहीं दिया. घर वालों को लगा शायद दिलीप किसी दोस्त के घर चला गया होगा. लेकिन जब सोमवार की सुबह भी वो नहीं लौटा तो घर वालों को अनहोनी की आशंका हुई. उन्होंने बेटे की तलाश करनी शुरू की तो उन्हें घर से कुछ दूर स्थित झोपड़ी में फंदे से लटका दिलीप का शव मिला.
घर वालों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी. पहले तो उन्होंने हत्या की आशंका जताई. लेकिन फिर पुलिस को जब मृतक के पास से सुसाइड नोट मिला तो मामला साफ हो गया. पता चला कि युवक ने आत्महत्या ही की है. सुसाइड नोट में युवक ने अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को ही ठहराया है. सुसाइड नोट में दिलीप ने लिखा, ''मेरे मम्मी-पापा बहुत अच्छे हैं. मेरा सिलेक्शन रेलवे में नहीं हुआ इसलिए मैं आत्महत्या कर रहा हूं. मेरे घर वाले इतने अच्छे हैं कि वैसे घर वाले सभी को परिवारों को मिलें. मेरी मौत का जिम्मेदार मैं खुद हूं.''
एडीसीपी साउथ जोन मनीषा के मुताबिक, दिलीप के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. फिलहाल उसके परिवार वालों ने कोई मामला दर्ज नहीं करवाया है. अगर वे रिपोर्ट दर्ज करवाते हैं तो आगामी कार्रवाई की जाएगी.