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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में पति-पत्नी के सुसाइड का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि उन्होंने तीन जगह से लोन लिया था. लॉकडाउन के बाद से उनका सारा काम बंद हो गया. जिससे वे लोन की किश्त जमा नहीं कर पा रहे थे. दबाव में आकर दोनों ने सुसाइड कर लिया. वहीं पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही कुछ स्पष्ट कहा जा सकता है.
मामला मुजफ्फरपुर जिले के सरैया थाना क्षेत्र के चौबे अंबारा गांव का है. जहां आर्थिक तंगी के कारण पति-पत्नी ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया है. घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची सरैया पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मृतक की पहचान राजेश महतो और उसकी पत्नी ममता देवी के रूप में हुई है.
स्थानीय लोगों के अनुसार राजेश महतो की माली हालत बहुत ही खराब थी. वह भाड़े पर लेकर ऑटो चलाया करता था और उसी से घर चलाता था. राजेश की पत्नी ममता देवी ने एक निजी बैंक सहित तीन स्वयं सहायता समूह से ऋण लिया था. जिसमें से दो का साप्ताहिक और एक का 15 दिन पर किश्त जमा करना पड़ता था. लेकिन लॉकडाउन के कारण माली हालत खराब होती चली गई और ऋण की राशि के लिए लगातार प्रेशर बना हुआ था.
बैंक की किश्त नहीं निकाल पा रहे थे पति-पत्नी
पैसे के अभाव में ऋण की किश्त जमा नहीं हो पा रही थी. जिसके कारण पति-पत्नी टेंशन में रहते थे. राजेश के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं. एसएसपी जयन्त कांत ने बताया कि सरैया थाना क्षेत्र में पति-पत्नी ने सुसाइड किया है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा चुका है. वहीं सुसाइड के कारणों के बारे में जांच की जा रही है. घर वालों के मुताबिक उन पर माइक्रो फाइनेंस का कुछ लोन था. वे इसके दबाव में थे. उसी की वजह से उन्होंने सुसाइड किया. वहीं बॉडी की इंजरी को भी देखा जाएगा और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा. हालांकि घर से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.