भारत

DSP का हुआ ट्रांसफर, जानिए क्यों रहा सुर्खियों में?

Nilmani Pal
18 March 2022 1:54 PM GMT
DSP का हुआ ट्रांसफर, जानिए क्यों रहा सुर्खियों में?
x
पढ़े पूरी खबर

बिहार। हफ्तों तक चले विवाद के बाद अब लखीसराय (Lakhisarai) के डीएसपी रंजन कुमार का तबादला कर दिया गया है. रंजन कुमार की जगह सैयद इमरान मसूद को लखीसराय का नया डीएसपी नियुक्त किया गया है. हाल ही में बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई थी. इसके बाद सत्तारूढ़ दलों- बीजेपी और जेडीयू के बीच तनाव की खबरें सामने आने लगी थीं. अब नए डीएसपी की नियुक्ति को सिन्हा की जीत के तौर पर देखा जा रहा है. लखीसराय विजय कुमार सिन्हा का विधानसभा क्षेत्र भी है. ताजा कार्यवाही के तहत लखीसराय के डीएसपी रंजन कुमार और दो एसएचओ को विधानसभा अध्यक्ष के साथ कथित दुर्व्यवहार करने के संबंध में उनके पदों से हटा दिया गया है.


पिछले महीने कोविड-19 प्रतिबंधों के बीच लखीसराय में नियमों को ताक पर रखकर सरस्वती पूजा का आयोजन किया गया था. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों के बीच हजारों की संख्या में लोग इकट्ठे हुए थे. इसका वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया, जो कि भीड़ का ही हिस्सा थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने इन दो लोगों को तो जेल भेज दिया, लेकिन आयोजकों और वहां मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया.

विधानसभा अध्यक्ष और बीजेपी नेता विजय कुमार सिन्हा लखीसराय के विधायक हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने ये मामला उठाया तो तीन पुलिस अधिकारियों ने उनके साथ कथित तौर पर दुर्व्यहार किया. सिन्हा ने इस मामले को लेकर नीतीश कुमार सरकार से मांग की कि इन तीन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लिया जाए. इस बात को लेकर 14 मार्च के दिन विधानसभा में अध्यक्ष सिन्हा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच तीखी नोंक-झोंक भी हुई. विधानसभा अध्यक्ष ने कैबिनेट मंत्री बिजेंद्र यादव से सदन को कुछ दिनों के बाद यह बताने को कहा कि लखीसराय में एक घटना के संबंध में क्या कार्रवाई की गई. इसपर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आक्रोशित हो गए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें बार-बार ये मुद्दा सदन में नहीं उठाना चाहिए और संविधान के मुताबिक कार्य करना चाहिए. उन्होंने कहा, "मंत्री को सरकार की ओर से जवाब देने के लिए अधिकृत किया गया है. जब उन्होंने बताया है कि जांच चल रही है, तो आप उन्हें एक नए उत्तर के साथ आने के लिए कहते हैं. यह नियमों के खिलाफ है. कृपया संविधान देखें." नीतीश कुमार ने आगे कहा कि ऐसे मामलों में कार्रवाई करना सरकार और पुलिस का काम है. इस नोंक-झोंक को सत्तारूढ़ दलों के बीच तकरार के तौर पर देखा जाने लगा. अब इस मामले में ताजा कार्यवाही के बाद इसे बीजेपी और सिन्हा की जीत के तौर पर देखा जा रहा है.


Next Story