ड्रग्स सप्लायर गिरोह का भंडाफोड़, दुकानदार और फुटबॉल ट्रेनर सहित कई गिरफ्तार
दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में छात्रों के बीच ड्रग्स बांटने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। यह गिरोह वहीं खतरनाक ड्रग्स सप्लाई करता था ड्रग्स भाजपा की दिवंगत नेता सोनाली फोगाट को दिया गया था। जानकारी के मुताबिक, मादक पदार्थ बेचने और धोखाधड़ी करके हासिल किए गए विभिन्न कंपनियों का सिम कार्ड अवैध रूप से भारत में रह रहे चीनी और अन्य विदेशी नागरिकों को उपलब्ध कराने के मामले में पुलिस ने एक गिरोह के कुछ सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों में सिम कार्ड उपलब्ध कराने वाला एक दुकानदार और उसके दो कर्मचारी भी शामिल हैं।
अधिकारी ने बताया कि नाइजीरियन ननाईमेका अकोमा वर्ष 2013 में मेडिकल वीजा पर भारत आया था। वीजा अवधि समाप्त होने के बाद वह अवैध रूप से दिल्ली के राजपुर खुर्द एक्सटेंशन में रहने लगा। वह छात्रों को फुटबॉल की कोचिंग दे रहा था। इससे पहले वह उत्तराखंड और यूपी के हापुड़ और मुरादाबाद आदि के स्कूलों में बच्चों को फुटबॉल की कोचिंग दे चुका है। आशंका है कि वह फुटबॉल की कोचिंग देते समय बच्चों से जुड़कर उन्हें ड्रग्स की सप्लाई करता था।
गिरोह से जो ड्रग्स बरामद हुई है, उसका नाम मेथामफेटामाइन है। भाजपा नेता सोनाली फोगाट की संदेहास्पद मौत मामले की जांच में पुलिस ने दावा किया था कि उन्हें भी मेथामफेटामाइन ड्रग्स दिया गया था। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन ड्रग एब्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक यह ड्रग्स तंत्रिका तंत्र पर बेहद बुरा असर डालता है।
आरोपी पिछले दो साल से ड्रग्स और सिम सप्लाई करने के धंधे से जुड़े हुए थे। वे कोरियर कंपनी द्वारा विदेश तक फर्जी सिम भेजने का काम भी करते थे। इसके अलावा गिरोह से जुड़े अन्य सदस्य विदेशी नागरिकों के जरिए ड्रग्स सप्लाई करते थे। एक नाइजीरियाई नागरिक ही इन्हें ड्रग्स उपलब्ध कराता था।