उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर के कच्चा कटरा मोहल्ले में दवा कारोबारी अखिलेश गुप्ता, पत्नी रिशू और दो बच्चों के साथ फांसी लगा कर जान दे दी। मेज पर एक सुसाइड भी रखा मिला है। सीओ सिटी ने बताया कि सुसाइड लेटर में आर्थिक तंगी का जिक्र किया गया है। शाहजहांपुर के कच्चा कटरा मोहल्ले में अभी दिवाली पर ही दवा कारोबारी 43 साल के अखिलेश गुप्ता ने नया मकान बना कर गृहप्रवेश किया था। परिवार में 40 वर्षीय पत्नी रिशू, 12 साल का बेटा शिवांग, 6 साल की बेटी अभिजीता खुशहाली से रह रहे थे। चर्चा है कि अखिलेश गुप्ता इसके बाद आर्थिक तंगी से गुजरने लगे। सोमवार को 11:30 बजे के करीब अखिलेश के घर दूधिया दूध देने के लिए आया था। दूध लेकर पत्नी रिशू अंदर गईं। फिर दरवाजे को बंद कर दिया गया।
दोपहर करीब सवा बजे मोहल्ले के ही एक व्यक्ति अखिलेश के घर किसी काम से गए। उन्होंने देखा कि दरवाजा थोड़ा खुला हुआ है। उसके पीछे स्टूल की ओट लगी हुई थी। उन्होंने अखिलेश को आवाज दी। इसके बाद जवाब नहीं आया। उन्हें कुछ शक हुआ। तब वह कुछ और लोगों को लेकर आए और अखिलेश के घर में घुसे। मकान में नीचे दवा आदि का स्टोर था, दूसरी मंजिल पर जीने से चढ़ते ही देखा कि लाबी में छत पर पड़े जाल से अखिलेश और उनकी पत्नी रिशू के शव लटक रहे हैं। इसके बाद अंदर कमरे में पूजा घर के बाद बेटी अभिजीता और उसके पीछे बेटा शिवांग लटका हुआ था। पुलिस को खबर दी गई। पुलिस ने आते ही पूरे मकान की तलाशी ली। एक मेज पर अखिलेश का लिखा हुआ एक सुसाइड लेटर मिला।
सीओ सिटी ने बताया कि सुसाइड लेटर में आर्थिक तंगी मौत का कारण लिखा हुआ है। अखिलेश मूल रूप से बरेली के फरीदपुर के मोहल्ला कच्चा कटरा के रहने वाले थे। काफी सालों से वह शाहजहांपुर में रह रहे थे। अभी अपना मकान बनाकर दिवाली पर ही उन्होंने गृह प्रवेश किया था। फरीदपुर से उनके परिवार अन्य सदस्यों को बुलाया गया है।