मनाली। देवभूमि कुल्लू की ऊझी घाटी में दियाली की शुरुआत हो गई है। इस दियाली को अनोखी दिवाली भी कहा जाता है, क्योंकि लोग गांव की परिक्रमा कर गालियां देते हैं और बुरी आत्माओं को गांव से दूर भगाते हैं। समूची उझी घाटी में दियाली उत्सव शुरू हो गया है। जबकि मनाली गांव, बराणा, बड़ाग्रां, …
मनाली। देवभूमि कुल्लू की ऊझी घाटी में दियाली की शुरुआत हो गई है। इस दियाली को अनोखी दिवाली भी कहा जाता है, क्योंकि लोग गांव की परिक्रमा कर गालियां देते हैं और बुरी आत्माओं को गांव से दूर भगाते हैं। समूची उझी घाटी में दियाली उत्सव शुरू हो गया है। जबकि मनाली गांव, बराणा, बड़ाग्रां, जगतसुख, कटराईं और नग्गर में गनेड उत्सव भी मनाया जाएगा। इस दौरान दो गांव के लोग घास की रस्सी से प्रतियोगिता आयोजित करेंगे। मान्यता के अनुसार प्रतियोगिता जीतने वाला गांव धन धान्य से परिपूर्ण होता है।
घाटी के ग्रामीण तुले राम, जगदीश, चरण दास, दिले राम, केशव, टिक्कम व वेद राम ने बताया कि वह सदियों से इस दियाली को मनाते आ रहे हैं। बुधवार शाम को नग्गर में मशाल जलाने की रस्म शुरू होते ही पूरी घाटी में इस उत्सव का आगाज हो गया है। ग्रुरुवार को ग्रामीणों ने गांव की परिक्रमा की और गालियां देकर राक्षस व बुरी आत्माओं को गांव से भगाया। ग्रामीणों ने बताया कि शाम को मशाल जलाने के बाद ग्रामीण देवता के प्रांगण में इक्क्ठा हुए। उम्र व रिश्ते में छोटे लोगों ने बड़ो को जूब देकर आशीर्वाद लिया। गुरुवार को हर घर से अखरोट व मूंगफली लोगों को बांटी गई।