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डा. वीके पाल ने कहा- 'कोवैक्सीन पर WHO का फैसला जल्द आएगा, डाटा साझा और मूल्यांकन का चल रहा काम
Deepa Sahu
14 Sep 2021 5:44 PM GMT
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भारत बायोटेक की कोवैक्सीन
नई दिल्ली, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डा. वीके पाल ने मंगलवार को कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की सूची (EUL) में शामिल करने की मंजूरी जल्द ही किसी भी समय मिलने की उम्मीद है। डा. पाल ने कहा कि डाटा साझा करने और डाटा मूल्यांकन करने का काम चल रहा है। उम्मीद है इस महीने के खत्म होने से पहले सकारात्मक फैसला आ सकता है।
कोरोना पर गठित टास्क फोर्स के प्रमुख की भी जिम्मेदारी संभालने वाले डा. पाल ने कहा कि इस तरह के मामलों में डब्ल्यूएचओ को वैज्ञानिक आधार पर फैसला लेने के लिए समय दिया जाना चाहिए। हालांकि, उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि कोवैक्सीन लगवाने वालों के लिए दूसरे देशों की यात्रा में आ रही दिक्कतों को देखते हुए फैसला जल्द लिया जा सकता है।
तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल वैक्सीन 77.8 फीसद प्रभावी
भारत बायोटेक ने अपने तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल डेटा को सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड आर्गनाइजेशन (CDSCO) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) जमा किया था। इसमें उसने कोवैक्सीन को 77.8 प्रतिशत प्रभावी बताया है। इससे पहले जून में, आपात इस्तेमाल की अनुमति के लिए एक प्री-सबमिशन मीटिंग भी आयोजित की गई थी, जिसमें अंतिम डोजियर जमा करने से पहले सलाह दी गई थी।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सौम्या स्वामीनाथन से की थी मुलाकात
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी अगस्त में डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक डा सौम्या स्वामीनाथन से मुलाकात की और कोवैक्सीन की मंजूरी पर चर्चा की। टीके के लिए डब्ल्यूएचओ के सहायक महानिदेशक मारियान सिमाओ ने भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी का इस टीके का आकलन काफी उन्नत था और अधिकारियों को मध्य सितंबर तक किसी निर्णय की उम्मीद थी। बता दें कि डब्ल्यूएचओ से अभी तक फाइजर-बायोएनटेक, एस्ट्राजेनेका, जानसन एंड जानसन, माडर्ना और सिनोफार्मा की वैक्सीन को ईयूएल के लिए मंजूरी मिल चुकी है।
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