खाकी में अब तीसरी आंख भी छिपी होगी। यानी आने वाले दिनों में पटना पुलिस के अफसरों की वर्दी में कैमरा सेट होगा। इसका नाम है बॉडी वॉर्न कैमरा। इस कैमरे को यातायात पुलिस में तैनात अफसर व छापेमारी व अन्य कामों में जाने वाले जवान लगा सकते हैं। फिलहाल राजस्थान, दिल्ली, हैदराबाद व अन्य राज्यों की पुलिस बॉडी वॉर्न कैमरे को इस्तेमाल कर रही है। पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने इस कैमरे को उपलब्ध करवाने को लेकर पुलिस मुख्यालय को एक प्रस्ताव भेजा है। हाल के दिनों में बिहार में पुलिस आधुनिकीकरण को लेकर कई काम हुए हैं। लग्जरी गाड़ियां खरीदी गयी हैं। सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। ऐसे में बॉडी वॉर्न कैमरे की अगर खरीद होती है तो यह पुलिस के लिये फायदेमंद साबित होगा।ये कैमरे न पुलिस को न केवल हाईटेक बनायेंगे बल्कि खराब छवि सुधारने में भी मदद करेंगे।
अगर कोई किसी तरह का आरोप लगाता है तो उस कैमरे की रिकॉर्डिंग देखने से सारी चीजें स्पष्ट हो जायेंगी। पुलिस से भी अगर कोई उलझने की कोशिश करेगा तो उसके कारनामे रिकॉर्ड रहेंगे, जिससे आरोपित की पहचान करने में आसानी होगी। वर्दी पर बॉडी कैमरा लगाने से पुलिस के काम करने के तरीके में पारदर्शिता आती है। पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी अधिक बढ़ जाती है।
बॉडी वॉर्न कैमरा पुलिस अधिकारी अपने कंधे या सीने के पास लगाकर रखते हैं। इसमें खुद की आवाज के साथ सामने घटित होने वाले घटनाक्रम के वीडियो-ऑडियो की रिकॉर्डिंग होती है। इस कैमरे का डाटा डिलीट नहीं किया जाए तो लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है।