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'स्वास्तिक की तुलना नाजी प्रतीक हकेनक्रेज से न करें कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रुडो', अमेरिका के हिंदू संगठनों ने उठाई आवाज

jantaserishta.com
18 Feb 2022 6:43 AM GMT
स्वास्तिक की तुलना नाजी प्रतीक हकेनक्रेज से न करें कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रुडो, अमेरिका के हिंदू संगठनों ने उठाई आवाज
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नई दिल्ली: कनाडा में कोविड वैक्सीन को अनिवार्य बनाए जाने और लॉकडाउन के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शनों को देखते हुए प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने देश में आपातकाल लगा दिया है. इस बीच अमेरिका स्थित एक प्रमुख हिंदू संगठन ने प्रधानमंत्री ट्रूडो और भारतीय मूल के नेता जगमीत सिंह से आग्रह किया है कि वे हिंदुओं के प्राचीन और शुभ प्रतीक 'स्वास्तिक' को नाजियों के प्रतीक 'हकेनक्रेज' (स्वास्तिक जैसा दिखने वाला प्रतीक) के साथ न मिलाएं.

कनाडा में सैकड़ों ट्रक ड्राइवर सड़कों पर विरोध कर रहे हैं. कनाडा की राजधानी ओटावा में प्रदर्शनकारियों के ट्रकों ने जाम की स्थिति पैदा कर दी है. इस प्रदर्शन में कथित रूप से स्वास्तिक और कॉन्फेडरेट झंडे (गोरे लोगों के वर्चस्व का प्रतीक, विरोध का प्रतीक) लहराए गए.
इसे लेकर न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के नेता जगमीत सिंह ने 2 फरवरी को किए गए एक ट्वीट में लिखा, 'स्वास्तिक और कॉन्फेडरेट झंडे का कनाडा में कोई स्थान नहीं है. हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने सभी समुदायों को सुरक्षित रखें. यह कनाडा में नफरत के प्रतीकों पर प्रतिबंध लगाने का समय है. हमें साथ मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि समाज में नफरत के लिए कोई जगह न हो.'
ट्रूडो और NDP नेता दोनों ने हाल के दिनों में प्रदर्शनकारियों पर 'स्वास्तिक लहराने' का आरोप लगाते हुए बयान दिए हैं.
हिंदूपैक्ट (Hindu Policy Research and Advocacy Collective) नामक हिंदू संगठन ने इन बयानों पर आपत्ति जताई है. हिंदूपैक्ट ने ट्रूडो और जगमीत सिंह से आग्रह किया है कि वे स्वास्तिक और हकेनक्रेज को लेकर भ्रमित न हों. स्वास्तिक हिंदुओं, बौद्धों, सिखों और दुनिया भर के कई समुदायों के लिए एक प्राचीन और शुभ प्रतीक है जबकि हकेनक्रेज 20वीं सदी के नाजी नफरत का प्रतीक माना जाता है.
हिंदूपैक्ट के कार्यकारी निदेशक उत्सव चक्रवर्ती ने कहा, 'हमारा मानना ​​है कि इस गलत बयानी से हिंदुओं और सिखों के खिलाफ अपराध होंगे. पिछले महीने कनाडा में छह हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की गई और लूटपाट की गई है.'
NDP प्रदर्शनों में इस्तेमाल किए जा रहे तीन अलग-अलग प्रतीकों के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने की वकालत कर रही है. नेता जगमीत सिंह कहते हैं कि प्रदर्शन को संगठित करने के लिए इनका इस्तेमाल किया जा रहा है.
इसके लिए बिल सी-229 लाया गया है जो नाजी स्वास्तिक, कू क्लक्स क्लान के प्रतीक चिन्ह और कॉन्फेडरेट झंडे जैसे प्रतीकों के प्रदर्शन या बिक्री को प्रतिबंधित करेगा.
हिंदुपैक्ट ने कनाडा की सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी के प्रमुख ट्रूडो से ये भी आग्रह किया कि वे कनाडा के लोगों के शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार का सम्मान करें.
हिंदूपैक्ट के उत्सव चक्रवर्ती ने कहा, 'शांतिपूर्ण विरोध का अधिकार किसी भी लोकतंत्र में मौलिक अधिकार है. असंतोष की आवाज को दबाने के लिए आपातकाल लगाकर पहली बार कनाडा ने एक दुखद मिसाल पेश की है.'
उन्होंने आगे कहा, 'अगर मैं विरोध प्रदर्शनों और उन्हे दबाने के लिए किए जा रहे कठोर उपायों को लेकर कनाडा से आ रही खबरों को अनदेखा कर दूं तो मुझे खेद होगा. स्थिति चिंताजनक है, और हम सभी अपने परिवार और दोस्तों के लिए बहुत चिंतित हैं.'


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