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डॉक्टर गिरफ्तार, हॉस्पिटल को बदनाम करने का आरोप

Nilmani Pal
26 May 2022 1:08 PM GMT
डॉक्टर गिरफ्तार, हॉस्पिटल को बदनाम करने का आरोप
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जानें पूरा मामला
गुजरात। गुजरात में अपने ही अस्पताल को बदनाम करने वाले डॉ. को गिरफ्तार किया गया है. हैरान कर देने वाला यह मामला अहमदाबाद का है. डॉ. पर आरोप है कि उन्होंने अस्पताल को बदनाम करने के लिए कई फर्जी सोशल मीडिया मीडिया अकाउंट बनाए और फिर उनसे अस्पताल के बारे में भद्दी पोस्ट कीं.पुलिस के मुताबिक अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर आरके पटेल ने साइबर क्राइम में एक शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में बताया गया कि सोशल मीडिया पर अस्पताल के खिलाफ फर्जी ट्वीट किए जा रहे हैं. उनके अस्पताल को बदनाम किया जा रहा है. इसके लिए बकायदा कुछ लोगों के फर्जी अकाउंट्स भी बनाए गए हैं.

मामला संगीन होने के चलते पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की. जांच में खुलासा हुआ की अस्पताल के डॉक्टर कौशिक बारोट ही फर्जी अकाउंट बनाकर अस्पताल को बदनाम कर रहे थे. जांच के बाद पुलिस ने डॉ. बारोट को गिरफ्तार कर लिया गया.

डीसीपी अमित वसावा के मुताबिक डॉक्टर कौशिक बारोट यूएन मेहता अस्पताल में बतौर रेजिडेंशियल मेडिकल ऑफिसर (RMO) तैनात हैं. फर्जी अकाउंट्स के जरिए कहा जाता था कि लोग अस्पताल में इलाज कराने के लिए ना आएं. पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि डॉ. कौशिक ने दूसरे नाम से सिम कार्ड खरीदे थे और उन्हीं सिम कार्ड के इस्तेमाल के जरिए वह सोशल मीडिया पर फर्जी पोस्ट करते थे. पुलिस ने अमित वसावा के मोबाइल में से एक ऐसी एप्लीकेशन भी बरामद की है, जिसमें सामने वाले व्यक्ति को फोन करने पर मोबाइल नंबर नहीं दिखाई देता है. इसके जरिए फोन करने पर पुरुष की जगह महिला की आवाज सुनाई देती है. इससे किसी भी कर्माचारी डॉ. को फंसाकर उसकी बदनामी की जा सकती है.

पुलिस ने डॉक्टर बारोट के पास से कई सोशल मीडिया अकाउंट भी बरामद किए हैं, जिनका इस्तेमाल लोगों को बदनाम करने के लिए किया जाता था. बताया जा रहा है कि एक साल पहले भी अस्पताल के नाम से एक फेक फेसबुक अकाउंट बनाकर यह जानकारी फैलाई गई थी कि जल्द ही अस्पताल बंद होने वाला है. मरीज यहां पर इलाज कराने के लिए ना आएं. अस्पताल अप्रैल 2022 से बंद हो जाएगा. आपको होने वाली तकलीफ के लिए हम माफी मांगते हैं.

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