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नई दिल्ली: 70 साल के इंतजार के बाद भारत की सरजमीं पर नाबीमिया से लाए गए चीतों ने अपना पहला कदम रखा। पीएम मोदी के हाथों से सभी को विशेष बक्से से मुक्त किया गया। सभी 8 चीतों को अगले 30 दिन एक्सपर्ट की निगरानी में रखा जा रहा है। सामने आई वीडियो में बक्से से बाहर निकलने के बाद चीते थोड़े डरे सहमे दिखे, बाद में चहलकदमी करते हुए आगे कुनो नेशनल पार्क में विशेष रूप से बनाए गए बाड़े की ओर प्रस्थान कर गए। जहां अगले 30 दिनों तक नाबीमिया और भारत के जुलॉजिकल एक्सपर्ट निगरानी रखेंगे। पीएम मोदी बाद में नाबीमिया से आए जुलॉजिकल एक्सपर्ट से कुछ देर तक चर्चाएं की। नाबीमिया के सरकार को इसके लिए आभार व्यक्त किया। हालांकि उन्होंने इस मौके पर देशवासियों से कहा है कि उन्हें चीतों को देखने के लिए कुछ और वक्त का इंतजार करना पड़ सकता है। रिपोर्टस के अनुसार अगले 5 सालों में भारत में चीतों की संख्या को और बढ़ाया जाएगा। ऐसा माना जाता है कि किसी भी जुलॉजिकल पार्क में चीतों को ज्यादा सहज बनाने के लिए इसकी संख्या 20-24 के बीच ज्यादा सुरक्षित मानी जाती है।
जानें चीतों की औसतन कीमत
दरअसल, हाल में चीता के चर्चा में होने के कारण कई लोग ये जानने को उत्सुक हैं कि इसकी औसतन कीमत क्या होती है। काफी रिसर्च के बाद सामने आई जानकारी के बाद ऐसा माना जाता है कि चीते के शावक( बच्चे) की औसतन कीमत 3-16 लाख रुपये की बीच आंकी गई है। हालांकि इसकी खरीद या बिक्री गैरकानूनी मानी जाती है। वहीं अगर बात की जाए इसके रख-रखाव की तो सामने आई रिपोर्टस के अनुसार इसके रख-रखाव में सालाना 1-14 लाख तक की खर्च आंकी जाती है।
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