मोदी के नाम के साथ नहीं लगाएं श्री, आदरणीय और जी जैसे संबोधन : पीएम मोदी
दिल्ली। भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह जीत (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान) अकेले मोदी की जीत नहीं है, बल्कि यह सभी कार्यकर्ताओं की जीत है। उन्होंने कहा कि यह जीत सिर्फ दिल्ली में बैठे नेताओं की नहीं है, बल्कि उन कार्यकर्ताओं की है जिन्होंने पार्टी की और जनता की सेवा करने के लिए अपनी जिंदगी तक खपा दी।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों को उन्हें ‘मोदी जी’ की बजाय सिर्फ मोदी बुलाने का आग्रह करते हुए कहा कि जनता उन्हें सिर्फ मोदी के नाम से जानती है, इसलिए उन्हें मोदी जी के नाम से बुलाकर जनता से दूर मत करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनके नाम के साथ आदरणीय, श्री और जी जैसे संबोधन का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों को कुछ महीने बाद होने वाले लोक सभा चुनाव की तैयारियों को लेकर निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्र में जाकर विकसित भारत यात्रा में शामिल हों, केंद्र सरकार की विश्वकर्मा योजना पर फोकस करते हुए उसे लोगों तक पहुंचाने में जुट जाएं, कार्यकर्ताओं के साथ संपर्क और संवाद करें और खुद भी उनके साथ मैदान में उतरें।
आपको बता दें कि इससे पहले भाजपा संसदीय दल की बैठक में पहुंचने पर विधान सभा चुनावों में मिली जीत को लेकर केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों ने उनका जोरदार स्वागत और अभिनंदन किया। बैठक में पहुंचने पर केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों ने खड़े होकर तालियों और नारों के साथ उनका स्वागत किया। इसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने माला पहना कर उनका स्वागत और अभिनंदन किया। इस दौरान आगे की पंक्ति में प्रधानमंत्री मोदी और जेपी नड्डा के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी और पीयूष गोयल सहित कई अन्य केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहे।