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क्या मेरी कोई इज्जत नहीं?, युवक ने वीडियो बनाकर की आत्महत्या, पुलिस पर लगा गंभीर आरोप

jantaserishta.com
15 Feb 2022 5:01 AM GMT
क्या मेरी कोई इज्जत नहीं?, युवक ने वीडियो बनाकर की आत्महत्या, पुलिस पर लगा गंभीर आरोप
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देखें वीडियो।

नई दिल्ली: दिल्ली के हरिनगर में हुई झपटमारी के एक मामले में आरोपी को पकड़ने के लिए मायापुरी थाना पुलिस ने सभी के सामने उसके दोस्त को हिरासत में ले लिया और थाने ले गई। हालांकि, आरोपी के पकड़े जाने पर पुलिस ने युवक को छोड़ दिया, लेकिन बगैर कुछ गलत किए थाने ले जाए जाने से आहत होकर उसने फांसी लगाकर जान दे दी।

युवक ने आत्महत्या से पहले बनाए तीन मिनट के वीडियो में पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने से अपने परिवार की बेइज्जती होने की बात कही है। हरिनगर थाना पुलिस ने सूरज के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। फिलहाल, पुलिस मामले में जांच कर रही है।


पुलिस के अनुसार, तीन जनवरी को मायापुरी थाना पुलिस को मुकेश नाम के शख्स ने मोबाइल झपटमारी की शिकायत दी थी। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर छानबीन शुरू की। पुलिस की जांच में सामने आया कि चोरी के मोबाइल का इस्तेमाल जो शख्स कर रहा है, वह सूरज नाम के युवक के संपर्क में है। पुलिस ने सूरज की जानकारी जुटाई तो पता चला कि वह परिवार के साथ पीली कोठी, हरिनगर में रहता है और कपड़े की दुकान में काम करता है। मायापुरी थाना पुलिस ने रविवार को आरोपी के बारे में जानकारी जुटाने और उसकी पहचान करने के लिए सूरज को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पुलिस की पूछताछ में सूरज ने अंकित और उसके भाई अभिषेक के बारे में बताया, जिसके जरिए पुलिस अभिषेक तक पहुंच गई। अभिषेक से पुलिस ने झपटमारी का मोबाइल बरामद कर लिया। वह पहले भी लूट के एक मामले में शामिल रहा है। अभिषेक के पकड़े जाने पर पुलिस ने सूरज को छोड़ दिया। घर आकर सूरज बेहद परेशान था। उसने वीडियो बनाया और फंदे से लटककर जान दे दी।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल : सूरज की खुदकुशी के बाद घरवालों ने उसके मोबाइल में वीडियो देखा। यह वीडियो कुछ ही देर बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वहीं, सूरज को थाने ले जाते समय कुछ लोगों ने वीडियो बनाया था। यह वीडियो भी वायरल हो रहा है।
मेरी गलती नहीं थी, फिर भी थाने ले गए...
खुदकुशी से पहले बनाए तीन मिनट के वीडियो में सूरज रोते हुए कह रहा है कि मेरी कोई गलती नहीं थी, फिर भी पुलिस मुझे थाने लेकर गई। इससे मेरे परिवार की बेइज्जती हुई है। रविवार को मैं काम पर गया हुआ था। एक पुलिस वाले ने मेरे घर से कॉल कर कहा कि वह मायापुरी थाने से बोल रहा है। कुछ काम है, आ जाओ। मैं घर आया तो दो पुलिसकर्मी सबके सामने मुझे बाइक पर बिठाकर थाने ले गए।
क्या मेरी कोई इज्जत नहीं?
युवक ने वीडियो में कहा है कि थाने में मुझसे कहा गया कि अंकित को बुला दो तो हम तुझे छोड़ देंगे। मैं अंकित को बुला लाया तो अंकित के भाई को बुलाने के लिए कहा। कुछ देर बाद पुलिस को अभिषेक भी मिल गया। अभिषेक के आने बाद पुलिस ने मुझे घर भेज दिया। मेरी कोई गलती नहीं थी। फिर भी पुलिस मुझे अपने साथ थाने लेकर गई, वह भी घर से। क्या मेरे मां-बाप की कोई इज्जत नहीं है? मैं इस वजह से बेहद अवसाद में हूं आत्महत्या कर रहा हूं।
''मामला जानकारी में है। इस बारे में जांच की जा रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।''- प्रशांत गौतम, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त
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