जिला विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने मास्टर प्लान की 3 सौ आपत्तियों का किया निस्तारण
काशीपुर: जिला विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने काशीपुर शहर के नये मास्टर प्लान को लेकर दर्ज आपत्तियों का निस्तारण किया। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में कुल 740 आपत्तियों का निस्तारण किया जाना है। पहले दिन 300 आपत्तियों को निस्तारण किया गया।
नये मास्टर प्लान के तहत शहर को चार जोन में बांटा गया है। इन जोन में नये मास्टर प्लान के तहत कई इलाकों को रिहायशी और कुछ को गैर रिहायशी घोषित किया गया है। वहीं द्रोण सागर टीले को हेरिटेज जोन में रखा गया है। नये मास्टर प्लान को लेकर यहां निवासित लोगों के अलावा क्षेत्र के भूखंड स्वामियों को कुछ आपत्तियां थी। जिसमें कुल 740 आपत्तियां दर्ज हुई।
सोमवार को जिला विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष हरीश कांडपाल ने काशीपुर नगर निगम सभागार में इन आपत्तियां को निस्तारण किया। यह निस्तारण तीन दिन तक होगा। जिसमें पहले दिन करीब 300 आपत्तियों को निपटाया गया। उपाध्यक्ष हरीश चंद्र कांडपाल ने बताया कि यह महायोजना वर्ष 2041 के लिए बनाई गई है। 740 में से पहले दिन 300 आपत्तियों का निस्तारण किया गया। जिसमें अधिकांश आपत्तियों में भ्रम की स्थिति थी।
जिन्हें स्पष्ट किया गया। लोगों को पहला भ्रम था कि हेरिटेज जोन में उनकी जमीन की खरीद फरोख्त रुक जाएगी, सरकार उनकी जमीन ले लेगी या फिर निर्माण पर पाबंदी हो जाएगी। जबकि ऐसा कुछ नहीं है। महायोजना में द्रोण टीला व अन्य पौराणिक जगहों को हेरिटेज जोन में रखा गया है। इस जोन में सारी गतिविधियां पूर्व की भांति होगी। केवल इस जोन में फसाद पॉलिसी और जो कलर होगा वह एक रंग का होगा।
इससे उस क्षेत्र का बेहतर विकास होगा। दूसरा की कि रामनगर रोड को रिहायशी दिखाया गया है। जबकि वहां पर 18 मीटर से चौड़ी रोड पर कोई भी प्लाट का रूख होता है तो उस पर व्यावसायिक गतिविधियां पूर्व की भांति बोर्ड की अनुमति के बाद की जा सकती हैं। वहीं हमने यह भी सुझाव दिया है कि एनएच पर रिहायशी व कॉर्मशियल दोनों को मिक्स रखा जाए। जिससे इन जगहों पर व्यावसायिक गतिविधियां प्रभावित न हो।
इसके अलावा गांव में कुछ जमीन को कब्रिस्तान या शमशान घाट में शामिल किया गया था। उनको हटा दिया गया है। साथ ही कुछ अन्य आपत्तियां भी थी, जिन्हें सकारात्मक रूप से निपटाया गया है। जिससे लोगों को अधिक से अधिक राहत मिले। इस दौरान जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण के सचिव एनएस नबियाल, मुख्य नगर एवं ग्राम्य नियोजक शशि मोहन श्रीवास्तव, जेई नगर एवं ग्राम्य ओमकार त्यागी, पीडब्ल्यूडी के एई बीएस भंडारी, सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता प्रकाश चन्द्र पांडे सहित नगर निगम व संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।