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जिला प्रशासन ने फैसला किया है कि सरकारी शराब की दुकानों में केवल उन्हें ही शराब दी जाएगी, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ली हों.
तमिलनाडु के नीलगिरी जिला प्रशासन ने फैसला किया है कि सरकारी शराब की दुकानों में केवल उन्हें ही शराब दी जाएगी, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ली हों. ग्राहकों को विक्रेता को पहले अपना वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखाना होगा, फिर उन्हें शराब दी जा सकेगी. जिला कल्टेक्टर दिव्या ने इसके पीछे तर्क दिया है कि इससे टीकाकरण अभियान को तेजी मिलेगी.
नीलगिरी, तमिलनाडु में पर्यटकों के बीच बेहद प्रसिद्ध है. लोग बड़ी संख्या में नीलगिरी पहुंचते हैं. राज्य ने पर्यटन स्थलों पर विशेष ध्यान दिया है, जिससे लोगों के बड़ी संख्या में आने की उम्मीद जताई जा रही है. लंबे लॉकडाउन के बाद एक बार फिर से सभी क्षेत्रों को खोला जा रहा है.
बीते 2 दिनों से नीलगिरी में बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं. अधिकारियों का दावा है कि लोगों में अब भी वैक्सीन को लेकर डर बना हुआ है. ऐसे लोग शराब भी पी रहे हैं लेकिन वैक्सीन के नाकारात्मक प्रभावों से डरते हैं. सबके वैक्सीनेशन के लिए ही प्रशासन ने यह निर्णय लिया है.
जिला स्तर पर अधिकारियों ने कई बार वैक्सीन को लेकर जागरूकता अभियान चलाया है और लोगों से कहा है कि वैक्सीनेशन मिशन में जरूर हिस्सा लें. अधिकारियों ने वैक्सीन से संबंधित तमाम अफवाहों को गलत बताया है, फिर भी लोग वैक्सीन लेने से कतरा रहे हैं.
कोरोना महामारी पर नियंत्रमण के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे स्थानीय स्तर पर वायरस के कंट्रोल के लिए फैसले ले सकते हैं. नीलगिरी पर्यटन के लिए देशभर में मशहूर है, ऐसे में यहां के जिलाधिकारी ने फैसला किया है कि अब शराब की दुकानों पर, तभी ग्राहक शराब खरीद सकेंगे अगर वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखाएंगे.
नीलगिरी की कलेक्टर इनोसेंट दिव्या ने कहा, 'नीलगिरी में हमने 97 फीसदी टीकाकरण किया है और हम COVID पोर्टल को अपडेट कर रहे हैं. हमें जानकारी मिली है कि कुछ लोगों ने कहा है कि वे शराब का सेवन करते हैं और वैक्सीन लेने को तैयार नहीं हैं. उन्हें वैक्सीनेटेड करने के लिए यह फैसला लिया गया है कि जिसे भी शराब खरीदनी हो, पहले टीकाकरण का सर्टिफिकेट दिखाए.'
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