शिमला। कोरोना (corona) के बढ़ते मामलों को लेकर जिला प्रशासन शिमला (district administration shimla) सतर्क हो गया है. जिला प्रशासन ने अब मंदिरों और धार्मिक संस्थानों को लेकर नए आदेश जारी किए हैं. डीसी शिमला के मुताबिक नए आदेशों में नो मास्क नो दर्शन का फैसला लिया गया है. अब मंदिरों और धार्मिक संस्थानों में प्रवेश करने से पहले श्रद्धालु और भक्तजनों को मास्क पहनना जरुरी होगा. यदि कोई व्यक्ति नए आदेशों की अवहेलना करता हुआ पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि इन दिनों श्रावण नवरात्रे चले हैं ऐसे में मंदिरों में भक्तों की भीड़ जुट जाती है. जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता है. बढ़ती भीड़ को रोकने और कोरोना नियमों की सख्ती से पालना करने के लिए नए आदेश जारी कर दिए हैं, जिसके तहत मंदिरों में प्रवेश करने से पहले प्रवेश द्वार पर नाम पता लिखवाना जरुरी होगा. इसके अलावा हैंड सेनेटाइजर रखना भी जरूरी है.
प्रशासन ने इसके लिए मंदिर प्रबंधन को निर्देश दिए हैं, जिसमें मंदिर प्रबंधन को सुरक्षा कर्मचारी तैनात करने को कहा है. साथ ही मंदिर परिसर के भीतर दर्शन करने से पहले मास्क पहनना आवश्यक होगा. राजधानी शिमला के कालीबाड़ी मंदिर की अगर बात करें तो प्रशासन के आदेशों की पालना की जा रही है. मंदिर में प्रवेश करने और दर्शन करके बाहर जाने वाले लोगों के लिए अलग अलग रास्ते बनाए गए हैं इसके अलावा मास्क और हैंड सेनेटाइजर के लिए भी लोगों को जागरुक किया जा रहा है.
भले ही कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच श्रद्धालुओं की संख्या आम दिनों की अपेक्षा कम है, लेकिन मंदिर प्रबंधक कोरोना नियमों के प्रति सभी एहतियात अपनाए हुए हैं. मंदिर पुजारी मुक्तिनाथ का कहना है कि वे सभी श्रद्धालुओं से सरकार की एसओपी के निर्देशों की पालना करने का आग्रह करते हैं. साथ ही अपने घर पर ही ज्यादा से ज्यादा समय बिताने का भी निवेदन किया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उसको देखते हुए अपने बच्चों के साथ न आएं.