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पूजा करने पर विवाद: कांग्रेस MLA इरफान अंसारी पहुंचे बाबा बैद्यनाथ मंदिर, BJP सांसद ने उठाए सवाल
jantaserishta.com
16 April 2021 3:58 AM GMT
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ट्वीट कर इस पर विरोध जाहिर करते हुए कहा है...
झारखंड के मधुपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए 17 अप्रैल को मतदान होना है. मधुपुर गोड्डा संसदीय क्षेत्र के अधीन है. चुनाव प्रचार समाप्त होने के एक दिन पहले प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी द्वारा स्पर्श पूजा के बाद बवाल मचा हुआ है. गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने गुरुवार को ट्वीट कर इस पर विरोध जाहिर करते हुए कहा है कि पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद और निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाश नंद ने मुझे फोन कर कहा कि इससे बड़ा जघन्य अपराध नहीं हो सकता.
गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने इरफान अंसारी पर धार्मिक भावना के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है और कहा कि जिस तरह काबा में गैर मुस्लिम नहीं जा सकते उसी तरह द्वादश ज्योतिर्लिंग बाबा बैद्यनाथ मंदिर में गैर हिंदू का प्रवेश नहीं हो सकता है. कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने बाबा मंदिर में पूजा कर हिंदू धार्मिक भावना के साथ खिलवाड़ किया है. झारखंड सरकार जामताड़ा विधायक पर रासुका लगाए, सिर्फ यही नहीं उन्होंने ट्विटर पर भी एक तस्वीर पोस्ट की और लिखा आज ग्लानि हुई कि मेरे सांसद रहते, बाबा बैद्यनाथ मंदिर के गर्भगृह में कांग्रेस विधायक इरफ़ान अंसारी नें पूजा के बहाने ज्योतिर्लिंग को स्पर्श कर अपवित्र करने का प्रयास किया. आस्था के अनुसार मक्का में गैरमुस्लिम का प्रवेश वर्जित है, गर्भगृह में गौमांस भक्षण करने वालों का प्रवेश पर भी रोक है.
बुधवार को इरफान अंसारी ने तीर्थ पुरोहित प्रदीप कर्महे से विधि पूर्वक संकल्प कराकर स्पर्श पूजा की थी. तब सांसद निशिकांत दुबे की प्रतिक्रिया आई कि जिस तरह काबा में किसी गैर मुस्लिम का प्रवेश वर्जित है उसी तरह द्वादश ज्योतिर्लिंग में एक बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर के गर्भ गृह में किसी गैर हिंदू का प्रवेश वर्जित है.
वहीं इरफान अंसारी ने ट्वीट कर कहा है कि बाबा भोलेनाथ के दरबार में हजारों बार गया हूं लेकिन भगोड़े सांसद की नजर में पहली बार गया हूं. इतिहास पता नहीं है, मां पार्वती और शंकर भगवान जी के मंदिर का गठजोड़ हमारे पूर्वजों के द्वारा बुने गये धागे से ही होता आ रहा है. बाबा नगरी मेरी जन्मस्थली है निशिकांत दुबे की संकीर्ण मानसिकता से मन दुखी है और बाबा नगरी मेरा घर आंगन है. कोई बाहरी नेता मुझे अपने घर से दूर नहीं कर सकता. बाबा मेरे हैं और मैं बाबा का भक्त हूं कोई निशिकांत धर्म का ठेकेदार न बने. इरफान ने ट्वीटर पर कई पोस्ट किए.
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