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ऊना. हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में मुख्यालय पर सैनिटाइजेशन के लिए मैदान में उतरे युवा कांग्रेस और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को एसडीएम ने रोक दिया. मामले में एसडीएम की कार्रवाई से विवाद हो गया है. प्रशासन द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोके जाने पर ऊना सदर के कांग्रेसी विधायक सतपाल सिंह रायजादा भड़क उठे हैं. विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने आरोप जड़ा है कि जिला प्रशासन सत्ता पक्ष के इशारों पर काम करते हुए महामारी के इस काल में भी ओछे हथकंडे अपना रहा है. महामारी के इस दौर में सेवा भाव को भी राजनीतिक नजरिए से देखा जा रहा है. जब कई दिनों से भाजपा और उसके अन्य मोर्चो के कार्यकर्ता जगह-जगह सैनिटाइजेशन कर रहे हैं तो युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सैनिटाइजेशन करने पर प्रशासन को आपत्ति क्यों है?
दरअसल, एसडीएम ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बिना परमिशन सैनिटाइजेशन करने से रोका और उन्हें भीड़ जुटाने पर मामला दर्ज करने की भी चेतावनी दे डाली. इसी पर उग्र हुए कांग्रेसी विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने कहा कि जो भाजपा के कार्यकर्ता सैनिटाइजेशन कर रहे हैं तो प्रशासन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा? विधायक रायजादा ने कहा कि प्रशासन का यह रवैया किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यदि प्रशासन को केस दर्ज करने का इतना ही शौक है तो सबसे पहला केस उनके खिलाफ दर्ज किया जाए. कांग्रेस के कार्यकर्ता सैनिटाइजेशन कर रहे हैं और महामारी से लोगों को बचाने के लिए सैनिटाइजेशन करना कोई जुर्म नहीं है.
ऊना जिले में कोरोना के मामले बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं. आलम यह है कि यह लगातार लोगो की कोरोना से जान जा रही है.ऊना में गुरुवार को 300 नए मामले सामने आए हैं.यहां कोरोना से अब 161 लोगों की मौत हो चुकी है.