सूर्यापेट : कांग्रेस और बसपा पार्षदों ने बीआरएस के असंतुष्ट पार्षदों से हाथ मिला लिया है। वे सूर्यापेट नगर पालिका के अपनी ही पार्टी के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन पर अविश्वास प्रस्ताव लाने पर आमादा हैं। प्रस्ताव लाने के लिए 48 में से 24 पार्षदों को जिला कलक्टर को पत्र देना होगा। उनके हस्ताक्षरों का …
सूर्यापेट : कांग्रेस और बसपा पार्षदों ने बीआरएस के असंतुष्ट पार्षदों से हाथ मिला लिया है। वे सूर्यापेट नगर पालिका के अपनी ही पार्टी के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन पर अविश्वास प्रस्ताव लाने पर आमादा हैं। प्रस्ताव लाने के लिए 48 में से 24 पार्षदों को जिला कलक्टर को पत्र देना होगा।
उनके हस्ताक्षरों का सत्यापन करने के बाद कलेक्टर परिषद की बैठक बुलाएंगे। यदि 48 में से दो-तिहाई यानी 33 पार्षद चुनाव के दिन चुनाव अधिकारी के समक्ष हाथ उठाकर प्रस्ताव का समर्थन करते हैं, तो पदधारी विश्वास मत खो देंगे।
अब देखना यह है कि दलित महिला को चेयरमैन बनाने वाले पूर्व मंत्री जगदीश रेड्डी अविश्वास प्रस्ताव से कैसे निपटेंगे।
30 से अधिक पार्षद चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास का न सिर्फ समर्थन कर रहे हैं बल्कि खेमे में भी जा बैठे हैं. उन सभी को हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे महानगरों में ले जाया गया। बीआरएस पार्षदों के साथ, कांग्रेस और बसपा पार्षद भी शिविर में गए। यदि कुल 33 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव की बैठक में हाथ खड़े कर दिये तो परिषद को नये अध्यक्ष का चुनाव करना होगा.