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लखनऊ: उत्तर प्रदेश चुनाव (UP Elections 2022) से पहले भाजपा की सदस्यता लेने वाले कानपुर के पूर्व पुलिस कमिश्नर असीम अरुण (Asim Arun) ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. आज तक से एक्सक्लूसिव बातचीत में असीम अरुण ने कहा कि अखिलेश यादव को किसी पर भी व्यक्तिगत टिप्पणी करने से बचना चाहिए. अमीम अरुण ने कहा कि पिछले पांच सालों में मेरे बीजेपी के साथ संबंध की बातें बेबुनियाद हैं. अगर अखिलेश को शक है तो वह मेरे पिछले 5 साल का रिकॉर्ड चेक कर सकते हैं. उन्हें मेरे द्वारा किया गया कोई ऐसा एक्शन नहीं मिलेगा, जिससे वह यह कह सकें की मेरा झुकाव बीजेपी की तरफ था.
कानपुर के पूर्व पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने कहा कि पिछली सरकारों में मेरे पास कई बार माफियाओं को छुड़ाने या उन पर नर्म होने को लेकर फोन कॉल आए. यह चीज हर यूपी पुलिस के अफसर ने फेस की होगी. मैं अब पुलिस विभाग छोड़ चुका हूं, इसलिए खुलकर बोल सकता हूं, वह ड्यूटी में हैं, इसलिए चुप हैं. उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में इस तरह का जोर नहीं डाला गया.
इससे पहले उन्होंने कहा था कि कभी किसी को छोड़ने, ढिलाई देने के लिए भाजपा कार्यालय या किसी नेता, मंत्री का फोन नहीं आया. वह बोले कि मैं एटीएस प्रमुख था, तब मैंने बहुत अपराधियों को गिरफ्तार किया. मैं गांव से जुड़ा हूं और मेरा परिवार लगातार अपने गांव में सामाजिक कार्य करता है. उन्होंने कहा कि वंचित, दलित सम्मान के लिए अभी बहुत सारा काम बचा है. अगर मेरा योगदान उसमें होगा तो मैं खुद को सौभाग्यशाली समझूंगा. बता दें कि असीम अरुण कन्नौज की सदर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
असीम अरुण ने कानपुर में जब भाजपा की सदस्यता ली थी, तब अखिलेश यादव ने कहा था कि वर्दी में कैसे-कैसे लोग छुपे हुए थे? अखिलेश ने कहा था कि क्या पंचायत का चुनाव आप भूल गए? मैंने तब भी कहा था कि जिला कप्तान और अधिकारी मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं.
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