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जेल में नशे के कारोबार का खुलासा, कैदियों की मांग पर गांजे की पुड़िया पहुंचाते थे सिपाही, जेल अधीक्षक ने रंगे हाथों पकड़ा

jantaserishta.com
30 Nov 2021 1:11 AM GMT
जेल में नशे के कारोबार का खुलासा, कैदियों की मांग पर गांजे की पुड़िया पहुंचाते थे सिपाही, जेल अधीक्षक ने रंगे हाथों पकड़ा
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उज्जैन: केंद्रीय भैरवगढ़ जेल में अब तक का सबसे बड़ा नशे के कारोबार का खुलासा हुआ है. रविवार को बाबा कालभैरव की सवारी के दौरान जेल अधीक्षक उषा राज ने 3 सिपाहियों को मुह में नशीला पदार्थ ले जाते हुए रंगे हाथों धर दबोचा. ये तीनों ने कबूला कि वे वर्षों से कैदियों की मांग पर गांजे की पुड़िया उन तक पहुंचाते थे.

सिपाहियों ने कबूल किया इसमें कई ग्रुप शामिल हैं. मार्केट से 800 रुपये पुड़िया खरीदकर 1500 में कैदियों को देते थे. कुछ बाहर से गांजा सप्लाई करते तो कुछ का काम उसे कैदियों तक पहुंचाना होता था. इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि उन्हें यहां तक पता था कि कहां लेना है, किस कैदी के परिजन से कहां से पैसा लेना है, ये सब तय होता था. बस कैदियों तक नशा पहुंचाना होता था.
मामले को गम्भीरता से लेते हुए जेल अधीक्षक ने तीनों सिपाहियों को निलंबित कर भोपाल जेल मुख्यालाय को सूचना दी. मामले में जेल अधीक्षक ने कहा 2 से 3 दिन में जेल अधिकारी जेल आएंगे और जो सक्रिय ग्रुप हैं, उनसे पूछताछ कर रिपोर्ट तैयार कर संभवतः खुलासा करेंगे. जेल अधीक्षक ने कहा कि इससे पहले जेल में उन्हें एक महिला कैदी की ड्यूटी बदलने के मामले में धमकी मिली थी, एक सिपाही अंदर मोबाइल लेकर भी गया था और उससे पहले अमर अनंत साइबर हैकर जो बंद था, तीनो ही मामले में उच्च स्तरीय जांच चल रही है, जांच में साक्ष्य के बाद प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी, भैरव गढ़ थाने में अभी आवेदन दिया है.
क्या था मामला
रविवार को बाबा काल भैरव की सवारी के दौरान 25 जवानों को भैरव को सलामी देने को तैनात किए थे. इस बीच हमें पूजन के दौरान मुखबीर से सूचना मिली कि सवारी में व्यस्तताओं के बीच कुछ लोग अंदर नशे की पुड़िया ले जाने वाले हैं. तत्काल मामले को गम्भीरत से लिया गया और विश्वसनीय प्रहरियों को अलर्ट किया गया. सबसे पहले हमने सिपाही यश कहार को पकड़ा उसके मुह में से गांजे की पुड़िया निकली. इसके बाद योजनाबद्ध तरीके के शाहरुख खान नाम के सिपाही को पकड़ा वो भी मुह में रखकर गांजा लाया था, शाहरुख ने बलराम नाम के सिपाही को गंजा दिया. तीनो को रंगे हाथों धर दबोचा और एक को शाजपुर जेल, 2 को कन्नौज जेल निलबिंत कर शिफ्ट किया. जेल अधीक्षक ने बताया कि जब मुखबिर से सूचना मिली और विश्वनीय सिपाहियों को अलर्ट किया तो उस दौरान जेल DG भोपाल व आलाधिकारी CCTV में नजर जमाये हुए पूरी घटना लाइव देख रहे थे. रातभर पूछताछ के बाद पंचनामा तैयार कर तीनों को निलबिंत किया गया.
केंद्रीय भैरवगढ़ जेल में विगत करीब तीन वर्षों से बंद महाराष्ट्र के सायबर हैकर अमर अनंत अग्रवाल को भोपाल जेल शिफ्ट किया गया. मामले में बड़ा खुलासा जल्द होने की संभावना है क्योंकि अमर अनंत ने भोपाल जेल जाकर दो जेल अधिकारियों और एक सिपाही पर प्रताड़ना आरोप लगाया था. बताया कि उन्होंने जेल से साइबर हैकिंग करवाई, यूट्यूब चैनल, वेबसाइट बनवाई. मामले में जांच के बाद भोपाल जेल मुख्यालय ने एक अज्ञात के विरुद्ध FIR दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है, जिसमें टीमें जांच कर रही हैं.
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