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भारी बारिश से आफत, अब तक 99 लोगों की मौत, NDRF और SDRF की टीमें तैनात

jantaserishta.com
15 July 2022 3:52 AM GMT
भारी बारिश से आफत, अब तक 99 लोगों की मौत, NDRF और SDRF की टीमें तैनात
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

नई दिल्ली: महाराष्ट्र में भारी बारिश के चलते हालात खराब हैं. एनडीआरएफ की 14 और एसडीआरएफ की 6 टीमों को राहत एवं बचाव कार्य के लिए तैनात किया गया है. राज्य में अब तक 99 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि पिछले 24 घंटों में 4 लोगों की मौत हो गई. अब तक 181 जानवरों की भी मौत हुई है. 7,963 और लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है. पालघर, पुणे और सतारा में आज ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, नासिक, कोल्हापुर, अकोला, अमरावती, भंडारा, बुलढाणा, चंद्रपुर, गढ़चिरौली, गोंदिया, नागपुर, वर्धा, वाशिम और यवतमाल में आज येलो अलर्ट जारी किया गया है.

गुजरात के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई है और नवसारी के कई इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया है क्योंकि जिले की कुछ नदियां उफान पर हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. राज्य सरकार ने कहा है कि अधिकारियों ने तापी और वडोदरा जिलों में फंसे 45 लोगों को बचाया है. पिछले चार दिनों से राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राज्य के उत्तर और दक्षिण भागों और सौराष्ट्र क्षेत्र सहित पूरे गुजरात में कई स्थानों पर दिन के दौरान भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) की एक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि दक्षिण गुजरात के नवसारी जिले के वंसदा तालुका में गुरुवार सुबह 8 बजे समाप्त 24 घंटे की अवधि में 394 मिमी की भारी बारिश हुई. इसी अवधि के दौरान वलसाड जिले के कपराडा और धरमपुर तालुका में क्रमश: 377 मिमी और 340 मिमी बारिश हुई.
तेलंगाना के भद्राचलम शहर में गोदावरी नदी में बढ़ते जल स्तर से निपटने के लिए अधिकारियों ने कमर कस ली है, जिसके चलते तेलंगाना में विभिन्न स्थानों पर 20,000 से अधिक लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है. भारी बारिश के बाद राज्य के भद्राद्री-कोठागुडेम और अन्य जिलों के कई इलाके जलमग्न हो गए. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि 19,071 लोगों को दक्षिणी राज्य के 223 शिविरों में स्थानांतरित किया गया है. इस बीच, मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने राज्य में लगातार बारिश से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें मुलुगु, भूपालपल्ली और भद्राद्री-कोठागुडेम जिलों पर विशेष ध्यान दिया गया.

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