कतर से भारत लौटे जमशेदपुर के प्रवासी मुकीम अख्तर का लैपटॉप दिल्ली एयरपोर्ट पर चोरी हो गया। लेकिन उस लैपटॉप की बरामदगी के लिए सीआईएसएफ ने दिल्ली और लखनऊ एक कर डाला। चोर लखनऊ एयरपोर्ट पर विमान से उतरता, तबतक वहां सीआईएसएफ जवानों ने उसे घेर लिया और उसके पास से बैग के अंदर रखे लैपटॉप को कुछ घंटे में ही बरामद कर लिया। घटना के बारे में बुधवार को जानकारी देते हुए मानगो जाकिरनगर निवासी मुकीम अख्तर ने बताया कि वे 18 जुलाई को कतर से दिल्ली पहुंचे और वहां दूसरी फ्लाइट से कोलकाता आने के लिए स्कैनर बेल्ट में अपने हैंड लगेज को डाला और दूसरे छोर पर जब उसे लेने गए तो उनका लैपटॉप नहीं था। तत्काल उन्होंने वहां मौजूद सीआईएसएफ जवान अंगद कुमार को इसकी सूचना दी। वहां मौजूद अंगद सिंह ने तुरंत सीसीटीवी कमांड को इसकी जानकारी दी।
उसके बाद सीआईएसएफ की टीम हरकत में आई। पलक झपकते ही यह पता चल गया कि कौन व्यक्ति लैपटॉप उठाकर फ्लाइट की तरफ निकला है। सीसीटीवी सर्च में पता चला कि लैपटॉप चोरी करने वाला व्यक्ति दिल्ली से लखनऊ की फ्लाइट में रवाना हो चुका है। इसपर दिल्ली सीआईएसएफ एयरपोर्ट टीम ने इसकी सूचना लखनऊ एयरपोर्ट पर तैनात सीआईएसएफ की दूसरी टीम, जिसका नेतृत्व एसआई कैसर अली अंसारी कर रहे थे, को दी। वहां फ्लाइट से उतरते ही उस व्यक्ति को पकड़ लिया गया और उसके द्वारा अपने बैग के अंदर छिपाकर रखे गए लैपटॉप को बरामद कर लिया गया।
इस दौरान दिल्ली से एसआई पवन पाटीदार लखनऊ सीआईएसफ के साथ लगातार संपर्क में रहे। लैपटॉप के साथ पकड़ा गया व्यक्ति दिल्ली का ही रहने वाला है। वहां लैपटॉप बरामद होने के 4 घंटे बाद ही उसे दूसरी फ्लाइट से दिल्ली भेजा गया। सीआईएसएफ के हरपाल सिंह ने उस लैपटॉप को मुकीम अख्तर को सौंपा। इसके बाद दूसरी फ्लाइट से कोलकाता से होकर जमशेदपुर पहुंचे। इधर, मुकीम अख्तर का कहना है कि सीआईएसएफ की तत्परता का परिणाम है कि उनका लैपटॉप सहित बैग थोड़ी देर में उनके पास आ गया। उन्होंने इस संदर्भ में सीआईएसएफ और गृह मंत्रालय को मेल कर आभार जताया।